पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों के वाहन से पुलिस ने शनिवार शाम को भारी मात्रा में नकदी बरामद की है। पुलिस ने बताया कि उन्होंने यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर की थी। पकड़े गए विधायको के नाम इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल है। इन विधायकों के वाहन को पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोका गया था।
‘कैश’ को लेकर कांग्रेस MLA के भाई का दावा
इरफान अंसारी जामताड़ा से विधायक हैं, जबकि कच्छप रांची जिले के खिजरी से विधायक हैं और कोंगारी सिमडेगा जिले के कोलेबिरा से विधायक हैं। इसी कड़ी में इरफान अंसारी के भाई, इमरान ने दावा किया है कि उनके भाई को फंसाने की कोशिश की जा रही है। इमरान ने कहा यह नकदी ‘आदिवासियों के लिए उपहार’ खरीदने के लिए थी।
आदिवासियों के लिए साड़ी खरीदने गए थे कोलकाता
इरफान अंसारी के भाई ने दावा किया कि हर साल की तरह इस साल भी ये सभी लोग झारखंड से कोलकाता के बड़ा बाजार आए थे। उन्होंने कहा कि उनके भाई (इरफान अंसारी) हर साल बड़ा बाजार से आदिवासियों के लिए साड़ी खरीदते हैं। इमरान ने यह भी कहा कि जब्त की गई नकदी करोड़ों में नहीं है। मैं सुबह से आया हूं और उनसे मिलने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन थाने से पुलिस प्रशासन किसी भी तरह से मदद नहीं कर रहा है।
कांग्रेस ने लगाया साजिश का आरोप
कांग्रेस के तीन विधायकों की गिरफ्तारी के कारण राजनीतिक “खरीद-फरोख्त” के आरोप लगे। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन की गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। जबकि, भाजपा के झारखंड अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने इस मामले में कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा और कहा, ‘कांग्रेस विधायकों को बताना चाहिए कि उन्हें इतनी बड़ी रकम कहां से मिली।’
BJP सांसद निशिकांत दुबे ने की CBI, ED, IT की जांच
झारखंड के गोड्डा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि कांग्रेस के तीन विधायकों से जब्त की गई भारी मात्रा में नकदी की सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग को जांच करनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरी जानकारी के मुताबिक झारखंड की मौजूदा सरकार ने कांग्रेस को तोड़ने की साजिश रची, यह पैसा झारखंड में टेंडर मैनेज करने के लिए है।’