‘मेरी औकात के बारे में बात मत करना मैडम’…कुछ इन्हीं शब्दों के साथ एक महिला आईपीएस अफसर की कांग्रेस नेता से बकझक हुई थी। इस वाकये का एक वीडियो भी सामने आया था। आज हम बात कर रहे हैं महिला आईपीएस अंकित शर्मा की। बात 14 फरवरी 2020 की है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस विधायक शकुंतला साहू एक फैक्ट्री में मजदूर की मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वहां ट्रेनी आईपीएस अंकिता शर्मा की ड्यूटी लगी हुई थी। इस दौरान जब मौके पर हंगामा कर रहे विधायक के समर्थकों को ट्रेनी आईपीएस ने रोका तो विधायक से उनकी तीखी बहस हो गई। इस बहस के दौरान महिला विधायक ने अंकित शर्मा से कहा कि ‘मैं तुम्हे तुम्हारी औकात दिखा दूंगी।’ इस पर ट्रेनी महिला आईपीएस ने कहा था कि ‘आप मेरी औकात की बात मत करना मैडम।’ इस बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।

अंकिता शर्मा मूल रूप से दुर्ग की रहने वाली हैं। अंकिता शर्मा ने एक साक्षात्कार में खुद बताया था कि वो बचपन से ही आईपीएस बनना चाहती थीं और साल 2018 में उनका सपना सच हो गया। अंकिता शर्मा ने दुर्ग से ग्रेजुशन करने के बाद एमबीए किया था। अंकिता शर्मा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से की थी। इसके बाद वो यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चली गई थीं।

करीब 6 महीने तक यहां तैयारी करने के बाद वो घऱ वापस लौट आईं और सेल्फ स्टडी कर परीक्षा की तैयारी की थी। अंकिता शर्मा के पिता राकेश शर्मा छत्तीसगढ़ के बिजनेसमैन हैं। अंकिता शर्मा के बारे में बताया जाता है कि उन्हें घुड़सवारी और बैडमिंटन खेलने का शौक है। अंकिता शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान ही उनकी शादी हो गई थी। उनके पति विवेकानंद शुक्ला आर्मी में मेजर हैं।

तीसरी कोशिश में अंकिता शर्मा ने यह परीक्षा पास कर ली थी। यूपीएससी की परीक्षा में अंकित शर्मा ने 203 रैंक हासिल किया था। एक खास बात यह भी है कि होम कैडर पाने वाली अंकित शर्मा छत्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस बनी थीं। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार कोई महिला पुलिस ऑफिसर गणतंत्र दिवस परेड की कमान संभालती नजर आई थीं। शहर के पुलिस परेड ग्राउंड में ट्रेनी आईपीएस अंकिता शर्मा ने परेड का नेतृत्व किया था।