राजा भैया एक बार फिर परेशानी में घिर सकते हैं, क्योंकि सीबीआई ने जियाउल हक हत्याकांड में दोबारा जांच शुरू कर दी है। सीबीआई टीम इस सिलसिले में बुधवार रात बलीपुर गांव पहुंची थी। सुप्रीम कोर्ट से आदेश मिलने के बाद सीबीआई ने दोबारा जांच शुरू की है। दरअसल, 2013 में कुंडा के सीओ रहे जियाउल हक को भीड़ ने जान से मार दिया था। उनके ऊपर गोली चलाई गई थी। राजा भैया और उनके साथियों को क्लीन चिट मिलने के बाद जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद ने दोबारा जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी। बुधवार रात सीबीआई की टीम घटनास्थल पर पहुंची थी। टीम ने घटना स्थल का जायजा लिया।
दरअसल, सीओ के रूप में जियाउल हक बलीपुर गांव में प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद बिगड़ रहे हालात पर काबू पाने गए थे। उसी वक्त उन्हें भीड़ ने घेर लिया और लाठी-डंडे से पीटकर उनकी हत्या कर दी। उन्हें गोली भी मारी गई थी। इस घटना में नन्हे के भाई सुरेश यादव की भी जान चली गई थी। जियाउल की हत्या के बाद गांव में जमकर बवाल हुआ। उस वक्त राजा भैया के ऊपर जियाउल की हत्या का आरोप लगा था। उस वक्त राजा भैया कुंडा के विधायक थे। जियाउल हक की पत्नी ने राजा भैया पर हत्या का आरोप लगाया था। उन्होंने राजा भैया और उनके 4 करीबियों के खिलाफ एफआईआर करवाई थी।
सीबीआई ने जियाउल हत्याकांड में 8 मार्च, 2013 से जांच शुरु की थी। राजा भैया से दो दिनों तक पूछताछ की थी। उस वक्त उनका पॉलीग्राफी टेस्ट भी हुआ था। हालांकि राजा भैया को उस वक्त क्लीन चिट मिल गई थी। उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला था। इसलिए उन पर कोई केस नहीं चला। इसके बाद राजा भैया 19 अक्टूबर, 2013 को सपा में शामिल हो गए थे। इस मामले ने राजा भैया और उनके करीबियों को क्लीन चिट भी मिल गई थी।
मुश्किल में राजा भैया
इस मामले में 27 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि सीबीआई इस मर्डर केस में राजा भैया पर लगे आरोपों की फिर से जांच करे। इस आजदेश के बाद ही सीबीआई दोबारा जांच के लिए प्रतापगढ़ पहुंची थी। अब देखना है कि आगे क्या नई जानकारी सामने आती है।