भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को प्रवक्ता नूपुर शर्मा को कथित तौर पैगंबर मोहम्मद पर एक टीवी डिबेट के दौरान विवादित बयान देने के मामले में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। वहीं, भाजपा ने दिल्ली के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को भी पार्टी से यह कहते हुए निष्कासित कर दिया कि सोशल मीडिया पर उनके विचार सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ते हैं और यह भाजपा के मूल विचार के विरोध में है।
क्या है मामला: भाजपा के प्रवक्ता पद पर रही नूपुर शर्मा ने हाल ही में एक टीवी न्यूज चैनल पर ज्ञानवापी मुद्दे पर बहस के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसको लेकर देश भर में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भड़के हुए हैं। इसके अलावा, नवीन जिंदल ने भी कथित तौर पर देश के हितों के खिलाफ ट्वीट किया था। हालांकि, 5 जून (रविवार) को पार्टी ने बयान जारी करते हुए खुद को दोनों (शर्मा, जिंदल) के विचारों से अलग बताया था।
खाड़ी देशों में उठे विरोध के स्वर: टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर की गई नुपुर शर्मा के द्वारा टिप्पणी और सोशल मीडिया पर नवीन जिंदल द्वारा की गई टिप्पणियों के बाद परिणाम ऐसा हुआ था कि खाड़ी देशों के कई ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने भारत में बने उत्पादों के बहिष्कार के लिए आवाज उठाई थी।
कानपुर में भड़की थी हिंसा: नूपुर शर्मा के विवादित बयान के चलते मुस्लिम संगठन ने कानपुर में बंद का ऐलान किया था। फिर शुक्रवार को जुलूस निकाला गया था, जिसमें परेड और यतीमखाना की दुकानों, प्रतिष्ठानों को बंद कराने को लेकर दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ बैठे थे। हालात इतने बिगड़े कि कानपुर में भीषण पथराव के बाद हिंसा ने जन्म ले लिया था। इस हिंसा में करीब दो दर्जन पुलिसकर्मियों के अलावा 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
हिंसा में PFI का लिंक आया सामने: कानपुर हिंसा के बाद से पुलिस ने अब तक इस मामले में कुल 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड कहे जा रहे जफर हयात हाशमी को पुलिस पहले पकड़ चुकी है। साथ ही पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस हिंसा के पीछे पीएफआई के लिंक मिलने के संकेत हैं, अतः सभी एंगल से जांच की जा रही है।
नूपुर शर्मा पर दर्ज हुई FIR: कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में नूपुर शर्मा के खिलाफ मुंबई पुलिस ने रजा अकादमी की मुंबई विंग के पदाधिकारी की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी भी दर्ज की है। इसके अलावा, उन पर पुणे में एनसीपी नेता और हैदराबाद में एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर भी मामला दर्ज कराया गया है। वहीं, अलीगढ़ में भी तहरीर देकर गिरफ्तारी की मांग की गई है।