यूपी के प्रयागराज से एक अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, यहां नगर के झूंसी थाना में भाजपा नेता मनोज पासी को थाने के अंदर बुरी तरह से पीटा गया। घटना की जानकारी होने पर पीटने के आरोप में डीसीपी (नगर) ने कार्रवाई करते हुए तीन दरोगा और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।
डीसीपी (नगर) अभिषेक भारती ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि झूंसी थाना में बुधवार को मनोज पासी नाम के नेता को पीटने का मामला संज्ञान में आया है। इस मामले में तीन दरोगा और एक कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है और इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
पीटीआई के अनुसार, भाजपा की प्रदेश इकाई के सह कोषाध्यक्ष, अनुसूचित जाति मोर्चा के मनोज पासी ने बताया कि उनके छोटे भाई ने चार साल पहले एक जमीन खरीदी थी जहां वह चारदीवारी बनवा रहा था। 13 जनवरी को झूंसी थाना पर एक फर्जी आवेदन देकर काम रुकवा दिया गया।
उन्होंने आगे बताया, ‘‘चूंकि 13 और 14 जनवरी को स्नान पर्व था, इसलिए मैं 15 जनवरी को थाने पर गया और कहा कि काम रुकवाने का कोई आदेश हो तो दिखा दीजिये। इसी बात पर थाना झूंसी के निरीक्षक उपेंद्र प्रताप सिंह और अन्य दरोगा और कांस्टेबल ने मुझे बुरी तरह से मारा पीटा।’ मामले में कार्रवाई की जा रही है।
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प्रयागराज के झूँसी में उप्र की प्रभुत्ववादी पुलिस ने क्या केवल इसलिए एक व्यक्ति को बुरी तरह पीटा क्योंकि उसका नाम ‘मनोज पासी’ है। उप्र में पीडीए समाज का व्यक्ति हमेशा ही भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का शिकार होगा, चाहे वह सत्ताघारी दल के साथ हो, तब भी। पीडीए की यही पुकार, अब नहीं सहेंगे अत्याचार!