Suraj Yadav Encounter: बिहार का एक खूंखार अपराधी, जिस पर 50,000 रुपये का इनाम था, रविवार रात हापुड़ में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ एनकाउंटर में मारा गया। इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार अपराधी की पहचान डब्ल्यू यादव उर्फ सूरज यादव के रूप में हुई है, जो बिहार के बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल के ज्ञानडोल थाना क्षेत्र का निवासी है।

रिपोर्ट के मुताबिक 27-28 जुलाई की रात हापुड़ जिले के सिंभावली थाना क्षेत्र में यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट, बिहार पुलिस और हापुड़ पुलिस की संयुक्त टीम और अपराधियों के एक समूह के बीच मुठभेड़ हुई। गोलीबारी के दौरान, एक अपराधी सीने में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

डब्ल्यू यादव का आपराधिक इतिहास

हालांकि, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौके से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस और अन्य सामान बरामद किया गया है। मृतक अपराधी, डब्लू यादव, बिहार के बेगूसराय ज़िले में एक हत्या के मामले में वांटेड भगोड़ा था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था। शाहपुर कमाल थाना क्षेत्र का कुख्यात बदमाश, यादव कई गंभीर अपराधों में संलिप्तता के लिए जाना जाता था।

बीवी के शौक पूरे करने के लिए लूटपाट करने लगा शख्स, एक महीने पहले हुई थी शादी, प्राइवेट नौकरी से नहीं चल पा रहा था खर्चा

बेगूसराय ज़िले के रिकॉर्ड में आधिकारिक तौर पर “ए-121” के रूप में रजिस्ट उसके गिरोह का इस क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों का इतिहास रहा है। 24 मई, 2025 को, बेगूसराय ज़िले के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम पार्टी) से जुड़े प्रखंड अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता विकास कुमार उर्फ राकेश कदम का डब्लू यादव और उसके गिरोह ने अपहरण कर लिया था।

डिनर के बाद बिगड़ने लगी बच्चियों की तबीयत, अस्पताल में हो गई मौत, पुलिस ने मां को किया गिरफ्तार तो सामने आई चौंकाने वाली कहानी

रिपोर्ट के मुताबिक उसे दियारा क्षेत्र में ले जाया गया, जहां उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई और अपराध छिपाने के लिए उसके शव को रेत में दबा दिया गया। इस घटना के संबंध में साहेबपुर कमाल थाने में मामला दर्ज किया गया था और डब्लू यादव तब से फरार था, जिस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था।

कई आपराधिक मामले में थी संलिप्ति

बता दें कि इससे पहले, 2017 में, डब्ल्यू यादव ने इसी थाना क्षेत्र में महेंद्र यादव की भी हत्या कर दी थी, क्योंकि उसने अदालत में उसके खिलाफ गवाही दी थी। उस घटना के लिए भी मामला दर्ज किया गया था। डब्ल्यू यादव का एक लंबा आपराधिक रिकॉर्ड था, उसके खिलाफ 24 मामले दर्ज थे। इनमें दो हत्याएं, दो लूट, एक डकैती, छह हत्या के प्रयास और दो जबरन वसूली के मामले शामिल थे, जिससे वह इस क्षेत्र के सबसे कुख्यात अपराधियों में से एक बन गया।