बिहार के चर्चित चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव को जेल से रिहा करने की गुहार उनके बेटे तेजप्रताप यादव ने लगाई है। तेजप्रताप यादव ने 50,000 ‘आजादी पत्र’ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजा है। राजधानी पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि ‘हम यह पत्र लालू प्रसाद यादव के चाहने वालों से इकट्ठा कर रहे हैं। जब तक वो रिहा नहीं हो जाते तब तक यह कैंपेन जारी रहेगा।’

तेजप्रताप यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए गुरुवार को लिखा कि ”एक समाजवादी विचारधारा की स्वतंत्रता के लिए चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत बिहार के तमाम ज़िलों से आए लाखों ‘आज़ादी पत्र’ को आज पटना स्थित GPO जा कर महामहिम राष्ट्रपति जी के पते पर पोस्ट करवाया। जनमानसों की आवाज़ को सुना जाएगा, महामहिम से ऐसा उम्मीद करते हैं।”

बता दें कि लालू प्रसाद चारा घोटाले के पांच विभिन्न मामलों में आरोपी हैं और चार में उन्हें सजा मिल चुकी है। इन चार मामलों में से तीन में उन्हें हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। अब सिर्फ दुमका कोषागार से गबन के मामले में उन्हें जमानत मिलनी बाकी है, जिस पर अंतिम सुनवाई 12 फरवरी को न्यायमूर्ति अपरेश कुमार सिंह की ही पीठ करेगी।

इधर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव को जेल से छुड़ाने के लिए चलाए गए इस अभियान से राजद के बड़े नेताओं ने अभी तक दूरी बना रखी है। यहां तक कि जिस दिन तेजप्रताप यादव ने इस अभियान की शुरुआत की, उस दिन भी राजद के प्रदेश अध्यक्ष समेत कोई बड़ा नेता इसमें शामिल नहीं हुआ।

यह भी कहा जा रहा है कि जब पोस्टकार्ड लेकर तेजप्रताप यादव पटना जीपीओ पहुंचे, तो उनके साथ पार्टी का कोई दूसरा नेता नहीं था। सिर्फ वही नेता उनके साथ थे, जो रोज होते हैं।