बिहार के कटिहार जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत चार फर्जी बैंक/एटीएम सुरक्षा गार्ड्स को गिरफ्तार किया है। हद तो तब हो गई जब जांच में सामने आया कि उनके हथियार-गोली सब अवैध थी और वह फर्जी तरीके से निजी सुरक्षा गार्ड कंपनी चला रहे थे। हालांकि, इस खेल का खुलासा एक गार्ड के द्वारा चलाई गई गोली से हुआ था।
इस घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि, बीते 27 जून को शाम को 5 बजे के करीब नगर थाने के एक एक्सिस बैंक के एटीएम में कैश डाला जा रहा था। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इसी दौरान एक सुरक्षा गार्ड की बंदूक से अचानक फायर हो गया। इस घटना में एक सुरक्षा गार्ड घायल हो गया, जिसका इलाज सदर अस्पताल पुलिस अभिरक्षा में कराया जा रहा है।
एसपी ने बताया कि घटना में जांच हुई तो पता चला कि जिस बंदूक से फायर हुआ, वह उस गार्ड की थी ही नहीं। फिर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसे थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में जांच करनी थी। विशेष टीम ने घटनाक्रम से सम्बंधित सभी जानकारी इकट्ठा की तो सामने आया कि यह सुरक्षा गार्ड एक अंतरराज्यीय फर्जी सुरक्षा गार्ड रैकेट से जुड़े हुए थे।
जांच में यह भी पता चला कि कटिहार जिले में कुछ और गार्ड हैं जो इस रैकेट में शामिल हैं। गोली चलने की घटना में घायल सुरक्षा गार्ड से पूछताछ में आमने आया कि इस रैकेट में शामिल दो लोग निजी सुरक्षा कंपनी चला रहे थे। इसी पूछताछ के आधार पर चार और आरोपियों को दबोचा गया तो पता चला कि उनके पास हथियार-गोली, लाइसेंस सब फर्जी था।
थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में काम कर रही टीम ने चार फर्जी बैंक सुरक्षा गार्ड तो दबोचे ही बल्कि उनके पास से चार हथियार, फर्जी लाईसेंस बुक और कई राउंड गोली जब्त की है। इसके अलावा आरोपियों के पास से कोलकाता में एके मुखर्जी रोड स्थित कमांडो डिविजन ऑफिस से जारी चार पहचान पत्र, रियल सिक्यूरिटी कंपनी के पहचान पत्र और दो मोबाइल पुलिस द्वारा जब्त किए गए हैं।