बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक युवक को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का कथित तौर पर वीडियो देखने के लिए कई लोगों के एक समूह ने चाकुओं से गोद दिया। पीड़ित के मुताबिक, वह एक दुकान पर बैठकर अपने मोबाइल के स्टेटस पर लगा एक वीडियो देख रहा था, तभी लोगों ने उससे पूछा कि तुम नूपुर शर्मा के समर्थक हो। उसने जैसे ही हां में जवाब दिया तो पूरे समूह ने हमला बोल दिया।

घटना बिहार के सीतामढ़ी जिले से सामने आई है, जिसमें पीड़ित की पहचान बहेरा गांव के अंकित झा के रूप में हुई है, जिसका वर्तमान में दरभंगा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अभी पीड़ित की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने दावा किया कि घटना चार दिन पुरानी यानी 15 जुलाई की है और यह हमला निजी दुश्मनी से प्रेरित था।

पुलिस ने यह भी दावा किया इस मामले में जो प्राथमिकी दर्ज की गई थी, उसमें नूपुर शर्मा का कोई जिक्र नहीं है। पुलिस ने कहा कि मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य फरार हैं। वहीं, अपने बयान में पीड़ित अंकित झा ने दावा किया कि वह पान की दुकान पर अपने मोबाइल फोन पर नूपुर शर्मा का वीडियो देख रहा था।

इसी बीच मोहम्मद बिलाल नाम के शख्स के साथ चार लोग उसके पास आए। झा ने कहा कि वे नाराज हो गए क्योंकि वह भाजपा नेता का वीडियो देख रहे थे। पीड़ित के मुताबिक, उसे कमर और पेट के हिस्से में चाकू मारने से पहले उसके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया था। उधर, डीएसपी विनोद कुमार ने बताया कि पान की दुकान पर दो दोस्त पान खा रहे थे; तभी दुकान पर बिकने वाली भांग को लेकर उनके बीच कहासुनी हो गयी थी।

डीएसपी विनोद कुमार के मुताबिक, कहासुनी के कुछ देर बाद यह मामला मारपीट में तब्दील हो गया। हालांकि, पीड़ित के परिवार ने आरोप लगाया कि अंकित पर नूपुर शर्मा के वीडियो को लेकर ही उस पर हमला किया गया, लेकिन पुलिस ने शिकायत से भाजपा नेता का नाम हटाने के लिए उन पर दबाव डाला। उसके पिता ने बताया कि मामले में मोहम्मद बिलाल के अलावा पांच और लोगों को आरोपी बनाया गया है।

पीड़ित अंकित झा के पिता ने बताया कि “मेरे बेटे को छह बार चाकू मारा गया, हम उसे अस्पताल ले गए। सभी हमलावर एक समुदाय से थे। मेरे बेटे की उनसे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी। मेरा बेटा उन्हें जानता तक नहीं था, केवल वह उन्हें चेहरे से पहचानता है। परिजनों का कहना है वह बस न्याय चाहते हैं।