बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां पुलिसवालों का एक फर्जी पुलिसवाले से आमना-सामना हुआ। इस वाकये में जब फर्जी पुलिसवाले से पूछा गया तो उसने ऐसा आई कार्ड दिखाया जिससे सारी पोल पट्टी खुल गई। दरअसल, एक शख्स पटना की सड़कों पर खुद को डीएसपी बता रहा था, जिसका झगड़ा एक ऑटो वाले से किराये को लेकर हुआ था।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, गांधी मैदान क्षेत्र के कारगिल चौक पर एक व्यक्ति का ऑटो वाले से किराये को लेकर झगड़ा हो गया।ऑटो वाले ने शख्स से पैसे मांगे तो उसने बताया कि वह डीएसपी है। भारी हंगामें के बीच ऑटो वाले ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने पूछताछ की तो शख्स खुद को डीएसपी बता रहा था। ऐसे में जब उससे परिचय पत्र मांगा तो बिना हस्ताक्षर का आई कार्ड दिखाया।
आरोपी ने दिखाया फर्जी आई कार्ड
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के बाद शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान मधुबनी जिले के निवासी विजय कुमार भारती के रूप में हुई। आरोपी विजय की एक चूक ने उसे सलाखों के पीछे भेज दिया, क्योंकि उसने जो आई कार्ड दिखाया उस पर पुलिस महानिदेशक या फिर पटना के किसी आला अधिकारी का कोई हस्ताक्षर नहीं दिखा। इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को संदेह हो गया की यह फर्जी आईडी है।
किराये लिए भिड़ा और धर लिया गया
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पटना के डीएसपी (DSP) अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी ऑटो में सवार होकर कहीं जा रहा और किराया न देने को लेकर उसका ऑटो चालक से झगड़ा हो गया था। तभी ऑटो चालक ने फोन कर सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया।
UPSC नहीं निकला तो बना फर्जी DSP
डीएसपी DSP अशोक कुमार के मुताबिक, तलाशी के दौरान आरोपी के पास से स्टार, बैज, वर्दी, नेम प्लेट आदि मिले हैं। पूछताछ में मधुबनी जिले के आरोपी विजय कुमार भारती ने बताया कि वह 2-3 साल से पटना में यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कर रहा था, लेकिन वह असफल रहा था।
पुलिस के अनुसार, जब वह परीक्षा में सफल नहीं हो पाया तो परिवार को संतुष्ट करने के लिए खुद को फर्जी तरीके से डीएसपी बताने का प्रयास किया। इसके अलावा, आरोपी ने अपने घर और गांव के लोगों को भी वर्दी दिखाकर बताया कि वह डीएसपी है। साथ ही वह अलग-अलग मौके पर वर्दी के दम पर रौब भी झाड़ता था।