डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई (DSP Surender Singh) हत्या के मामले में हरियाणा पुलिस ने बुधवार को एक ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी ट्रक ड्राइवर ने ही मंगलवार को तावडू के पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी थी। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने कहा कि आरोपी की पहचान मित्तर के रूप में हुई है। मित्तर को भरतपुर जिले (Bharatpur) के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गंगोरा गांव से गिरफ्तार किया गया है।
हरियाणा के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में हरियाणा पुलिस ने मुख्य आरोपी मित्तर के घर पर मंगलवार रात को छापा मारा था, लेकिन उसका घर बंद मिला और उसके परिवार के सभी सदस्य भी फरार हो गए थे। इस मामले में मंगलवार को पुलिस ने पंचगांव के निवासी इक्कड़ को गिरफ्तार किया था, जो डंपर का क्लीनर (Dumper Cleaner) था।
हरियाणा के नूंह (Nuh) में तावडू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की खनन माफियाओं (illegal mining Mafia) ने डंपर से कुचलकर हत्या कर दी थी। घटना उस वक्त हुई जब वह अवैध खनन रोकने के लिए पचगांव इलाके की अरावली पहाड़ियों (Aravalli hills) पर गए थे। डीएसपी सुरेंद्र ने जब अवैध पत्थर से भरे ट्रक को रोकने की कोशिश की थी तो डंपर ड्राइवर ने उन पर डंपर चढ़ा दिया था। जिसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
डीएसपी सुरेंद्र, हरियाणा के हिसार जिले के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में सुरेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) में रह रहे थे। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, डीएसपी सुरेंद्र सिंह 1994 में हरियाणा पुलिस में एएसआई यानी सहायक उप-निरीक्षक (Assistant Sub-Inspector) के पद पर भर्ती हुए थे। उन्हें साल 2012 में डीएसपी के पद पर पदोन्नति मिली थी।
डीएसपी सुरेंद्र (DSP Surender Singh) के भाई अशोक ने कहा था कि भाई सुरेंद्र ने बताया था कि उनका अक्टूबर में रिटायरमेंट (Retirement) होने वाला है। बता दें कि, इस घटना के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने डीएसपी सिंह के परिवार के एक सदस्य को नौकरी, 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और अधिकारी को ‘शहीद का दर्जा’ देने की घोषणा की थी।