जब पूरे देश में सीमा सचिन की प्रेम कहानी की चर्चा हो रही है तो इसी बीच एक मां ने अपने बेटे की ऐसी तस्वीर दिखाई जिससे सभी के होश उड़ गए। महिला ने दावा किया है कि उसका बेटा बिना वीजा के बांग्लादेश में रह रहा है। मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली उसकी बहू उसे अपने साथ ले गई है औऱ अब वह बेटे की खून से सनी तस्वीरें भेज रही है। महिला की बात सुनकर पुलिस हैरान रही गई औऱ मामले की जांट में जुट गई। बेटे के लिए गुहार लगाने वाली मां मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस इलाक़े में रहती हैं। उनका नाम सुनीता है।
हालांकि अब जांच एजंसियों ने जूली और अजय की कहानी से पर्दा उठा दिया है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि अजय खुद खून से सनी हुई तस्वीरें अपनी मां औऱ बहन को भेज रहा था। वह जूली के सिम का इस्तेमाल कर रहा था। वह चाहता था कि उसकी ऐसी हालत देखकर मां को दया आ जाए औऱ वे उसकी आर्थिक मदद करें। अजय ने बताया कि वह बांगेलादेश नहीं गया था बल्कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर किराये की मकान लेकर रह रहा था। वह वहीं पर ऑटो रिक्शा चला रहा था। अजय ने बताया कि जूली की सिमकार्ड बांग्लादेशी मोबाइल नेटवर्क कंपनी का था।
असल में बांग्लादेश बॉर्डर पर भारी बारिश हो रही थी। अजय फिसलकर कहीं गिर गया था। उसे चोट लगी थी जिससे उसके सिर से खून बह रहा था। इसी दौरान उसने अपनी फोटो लेकर मां को भेज दिया और मां से कुछ उधार पैसे की मांग की। बेटे को घायल देखकर मां का दिल पसीज गया और फोन कर घर आने को कहा। इसके बाद बेटे ने बात को घुमाने के लिए मां से कह दिया कि वह अभी बांग्लादेश में है और घर नहीं आ सकता। मां को लगा कि उनका बेटा मुसीबत है। किसी अनहोनी होने की आशंका से उन्होंने एक शिकायती पत्र एसएसपी मुरादाबाद को दिया।
बेटी के साथ बांग्लादेश से मुरादाबाद आई थी जूली
रिपोर्ट के अनुसार, दो साल पहले अजय और जूली की फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। इसके बाद दोनों में प्यार हो गया। प्यार परवान चढ़ा तो जूली बांग्लादेश की सरहद पार अपने 11 साल की बेटी हलीमा के साथ अजय के साथ रहने के लिए मुरादाबाद आ गई। उसने बताया था कि उसके पति की मौत हो गई है। इसके बाद उसने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया और अजय से शादी कर ली। उसकी बेटी भी हिंदू बन गई। तीन महीने पहले जूली बांग्लादेश से वीजा रिनुअल कराने की बात कहकर घर से निकली और अपने पति अजय को भी साथ ले गई।
अजय की मां सुनीता ने कहा था, “मैंने शुरू में इस शादी का विरोध किया था, लेकिन बेटे की जिद के आगे मजबूर हो गई। जूली ने भी ऐसा व्यवहार किया, जैसे वो मेरे बेटे अजय से बहुत ज्यादा प्यार करती हूं। धर्म परिवर्तन के बाद हमने उसका नाम नहीं बदला। हम उसे जूली ही बुलाते थे।”
सुनीता आगे कहती हैं कि शादी करने के बाद जूली करीब 15 दिन रुकी थी। इसके बाद वह वीजा का टाइम पूरा होने की बात कहकर चली गई। करीब साढ़े तीन माह पहले वो फिर से बांग्लादेश से मुरादाबाद आई। इस बार करीब 20 दिन तक मुरादाबाद में हमारे घर रुकी थी। इस दौरान वो पूजा पाठ करती थी। हिंदू महिलाओं की तरह साड़ी पहनती थी। हमें लगने लगा कि वो सही मायने में हमारे बेटे से प्यार करती है। हमने भी उसे पूरी तरह अपना लिया था।
जूली गई बांग्लादेश अजय बॉर्डर पर ही रहा
कोलकाता पहुंचने के बाद जूली ने अजय ने कहा था कि उसका गुजारा मकान के किराये से होता है। उसने कहा कि वहां कुछ विवाद हो गया है। वह बेटी के साथ बांग्लादेश चली गई। अजय वहीं बॉर्डर के पास 3500 रूपये महीने का किराए का कमरा लेकर रहने लगा। वह वहां ऑटोरिक्शा चलाता था।
पासपोर्ट बनवा रहा है अजय
मां की शिकायत के बाद मुरादाबाद पुलिस ने बंगाल पुलिस से संपर्क कर अजय को मुरादाबाद बुला लिया। अब अजय का कहना है कि वह बांग्ला देश अपनी पत्नी के पास जाना चाहता है। इसके लिए वह पासपोर्ट बनवा रहा है। उसने अप्लाई कर दिया है। अब सुनीता का कहना है कि उनका बेटा घर आ गया वे बहुत खुश हैं मगर वे अपने घर में जूली को नहीं रखना चाहती हैं। वह चाहे तो अलग कमरा लेकर रह सकता है।