उत्तर प्रदेश के बांदा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां शहर कोतवाली इलाके के इंदिरा नगर की निवासी श्वेता सिंह गौर की मौत हो गई। श्वेता सिंह का शव फंदे पर लटकता पाया गया है। पति और भाजपा नेता डॉ. दीपक सिंह गौर का फोन लगातार बंद आने के बाद कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
बांदा जिले में जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। इंदिरा नगर स्थित आवास में उन्होंने साड़ी से फांसी लगाई। श्वेता सिंह गौर जिले के जसपुरा क्षेत्र के वार्ड 12 से भाजपा की जिला पंचायत सदस्य के साथ-साथ महिला मोर्चा की जिला महामंत्री भी थीं। उनके पति डॉ. दीपक सिंह गौर नदारद है और उनका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है। खुद दीपक सिंह गौर भी भाजपा नेता है।
एसपी ने उनके इस कदम के पीछे कारण बताया जा रहा है कि उनके और पति के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। कथित तौर पर इस मौत से पहले भाजपा नेत्री ने फेसबुक पर एक स्टेटस भी लगाया था। जिसमें लिखा गया था कि ‘घायल नागिन घायल शेरनी और अपमानित स्त्री से हमेशा डरना चाहिए।’ बता दें कि, जिला पंचायत सदस्य रहीं श्वेता सिंह गौर, रिटायर्ड IPS ऑफिसर राज बहादुर सिंह की बहू थीं।
पुलिस ने मामले में शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही वह श्वेता के पति दीपक की तलाश में भी हैं। इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी अभिनंदन ने बताया कि वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। तत्काल सूचना पर पुलिस, डॉग स्कवॉड और अन्य टीम मौके पर पहुंची है। घटना स्थल का जायजा लेने पर पता लग रहा है कि उन्होंने कमरे को बंद करके फांसी लगाई है।
एसपी ने कहा है कि मौत की पीछे उनके और पति के बीच काफी दिनों से विवाद को कारण बताया जा रहा है। ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के बीच समझौते की बात चल रही थी। आज भी दोनों के बीच विवाद हुआ था, उससे अक्रोशित होकर उन्होंने यह कदम उठाया। मामला दर्ज करके शव को पोस्टपार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। साथ ही मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है।