उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस को लेकर आरएसएस के एक सदस्य ने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखी थी। अब उसी आरएसएस सदस्य के खिलाफ देहरादून पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फेसबुक पर दी गई प्रोफाइल के मुताबिक सदस्य का नाम विपिन कर्णवाल है और उसने अंकिता और उसके परिवार आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

पीड़िता के पिता को बताया था सबसे बड़ा गुनहगार

आरएसएस सदस्य विपिन कर्णवाल ने फेसबुक पर लिखा था कि अंकिता की मौत के जिम्मेदार उसके मां-बाप हैं। साथ ही विपिन ने पीड़िता के पिता को ही सबसे बड़ा गुनहगार बता दिया था। हालांकि, विपिन कर्णवाल ने बाद में वो पोस्ट फेसबुक से डिलीट कर दिया था। आरएसएस सदस्य विपिन कर्णवाल की इस फेसबुक पोस्ट पर सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था और बड़े पैमाने पर लोगों ने इस टिप्पणी पर नाराजगी जताई थी।

उत्तराखंड पुलिस ने दर्ज किया मामला

न्यूज एजेंसी एएनआई से सीओ ऋषिकेश डीसी डोंढियाल ने कहा कि “अंकिता हत्याकांड के संबंध में सोशल मीडिया पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद आरएसएस नेता विपिन कर्णवाल के खिलाफ समाज में दुश्मनी और तनाव फैलाने के आरोप में रायवाला थाने में मामला दर्ज किया गया है।”

उत्तराखंड महिला आयोग ने जारी किया था नोटिस

सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट वायरल होने के बाद उत्तराखंड महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया था और विपिन को नोटिस भेजी थी। आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि “हमने मामले का संज्ञान लिया था और आरएसएस नेता को नोटिस जारी किया था, जिन्होंने अपने जवाब में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है।”

अंकिता भंडारी केस की चल रही है जांच

अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में उत्तराखंड में भाजपा के निलंबित नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित और उसके दो सहयोगियों को अरेस्ट किया गया था। जो कि फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। 18 सितंबर को अंकिता भंडारी के लापता होने के छह दिन बाद 24 सितंबर को उसका शव चिल्ला नहर में मिला था। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर आरोप है कि उसने अंकिता पर रिसॉर्ट के ग्राहकों को ‘स्पेशल सर्विस’ देने का दबाव डाला था और जब उसने मना कर दिया तो उसकी हत्या कर दी गई।