Amroha School Van Firing: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गजरौला थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह नकाबपोश बदमाशों ने एक स्कूल वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी की। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि अपराधी उत्तर प्रदेश में ऐसी ‘सीरियाई घटना’ को अंजाम देने का दुस्साहस कर कानून व्यवस्था के मुंह पर तमाचा जड़ रहे हैं और मुख्यमंत्री उपचुनाव में जुमलेबाजी की तैयारी कर रहे हैं। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) श्वेताभ भास्कर ने बताया कि वैन ड्राइवर को निशाना बनाकर गोलीबारी की गई। बदमाशों और ड्राइवर की लड़ाई बच्चों पर बन आई।

उन्होंने बताया कि बच्चे और चालक सुरक्षित हैं। सीओ ने बताया कि घटना के संबंध में गजरौला थाने में तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एक संदिग्ध को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार, स्कूल वैन में कुल 28 बच्चे सवार थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह अज्ञात नकाबपोश बदमाशों ने एसआरएस इंटरनेशनल स्कूल की वैन को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलीबारी कर दहशत फैला दी। दहशत के कारण चीखते-चिल्लाते हुए बच्चों का वीडियो वायरल हो रहा है।

संबंधित एसआरएस इंटरनेशनल स्कूल, गजरौला के प्रधानाचार्य की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ खाते पर स्कूल वैन का वीडियो साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा, ”अमरोहा में एक स्कूल बस 28 बच्चों को लेकर जा रही थी। रोज की तरह बच्चे भी मस्ती में झूमते सुनहरे भविष्य का ख्वाब आंखों में पाले पढ़ने जा रहे थे। इतने में कुछ नकाबपोश बदमाश आये और एक किलोमीटर तक बस का पीछा करते हुए उस पर अंधाधुंध गोलीबारी करते रहे।”

कांग्रेस ने अपने लंबे पोस्ट में कहा, ”गनीमत है कि बदमाशों की गोलीबारी से किसी बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा मगर अभी तक इस गोलीबारी से जुड़े किसी सवाल का कोई जवाब नहीं मिला।” कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सवाल उठाते हुए कहा, ”कौन थे ये बदमाश? इन्होंने बच्चों की बस पर गोलीबारी क्यों की? कब होगी इनकी गिरफ्तारी? ऐसे सैकड़ों सवाल हैं लेकिन इनका उत्तर किसी के पास नहीं है।” कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा, ”अपराधी उत्तर प्रदेश में ऐसी ‘सीरियाई घटना’ को अंजाम देने का दुस्साहस कर कानून व्यवस्था के मुंह पर तमाचा जड़ रहे हैं और मुख्यमंत्री उपचुनाव में जुमलेबाजी की तैयारी कर रहे हैं। जब प्रदेश में निर्दोष नन्हे-मुन्ने बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं तो और किसी के जान-माल की क्या गारंटी होगी? ”

चार दिन पुराना मामला

पुलिस की पूछताछ में ड्राइवर ने बताया कि स्कूल वैन से चार दिन पहले स्कूटी से टकरा गई थी, जिसे लेकर स्कूटी सवार और ड्राइवर के बीच विवाद हो गया। उस समय तो लोगों ने मामला सुलझा दिया मगर बाद में ड्राइव से बदला लेने की फिराक में था। ड्राइवर से बदला लेने के लिए आरोपियों ने फायरिंग कर दी।