किडनी कैंसर को अक्सर 'साइलेंट किलर' कहा जाता है, क्योंकि यह अक्सर महीनों या सालों तक पता नहीं चलता। हालांकि, इसका जल्दी पता लगाना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे सचमुच जान बच सकती है और रोग का निदान बेहतर हो सकता है।
यहां किडनी कैंसर के शुरुआती 5 लक्षण दिए गए हैं। अगर आप इन लक्षणों से पीड़ित हैं, तो इन्हें नजरअंदाज न करें और तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
पीठ में तकलीफ अक्सर लोगों को होती है, फिर भी किडनी कैंसर के कारण लगातार पीठ के निचले हिस्से में दर्द होता है।
हेमट्यूरिया, यूरिन में खून की उपस्थिति को दर्शाता है, जो अक्सर किडनी कैंसर का पहला संकेत होता है। यूरिन में खून की उपस्थिति यूरिन के रंग में बदलाव के माध्यम से प्रकट होती है, जो गुलाबी से लेकर लाल और भूरे रंग तक हो सकता है।
बेवजह वजन घटना किडनी कैंसर का एक छिपा हुआ संकेत है जब मरीज अपने आहार, व्यायाम की आदतों या जीवनशैली में बदलाव किए बिना, काफी वजन कम कर लेते हैं।
गुर्दे के ट्यूमर के बढ़ने से अक्सर बगल, पीठ के निचले हिस्से या पसलियों के नीचे गांठें दिखाई देती हैं।
किडनी के कैंसर में अक्सर थकान एक शुरुआती लक्षण के रूप में दिखाई देती है जिसे लोग आमतौर पर नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ट्यूमर लाल रक्त कोशिकाओं के प्रोडक्शन में समस्याएं और सूजन पैदा करते हैं, जिससे एनीमिया होता है और अत्यधिक थकान होती है।