Agra Crime News: पुलिस को आम जनता का रक्षक माना जाता है। जब भी नागरिक किसी परेशानी में होते हैं तो सबसे पहले उनके मन में यही ख्याल आता है कि पुलिस को फोन करें और मदद मांगे। हालांकि, उत्तर प्रदेश के आगरा से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस पर आम जनता की विश्वास को हिला कर रखा दिया है।
साथियों संग कांस्टेबल को किया गिरफ्तार
पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के अनुसार आगरा पुलिस के एक कांस्टेबल को उसके दो साथियों के साथ एक युवक का अपहरण करने और उसके परिवार से फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि हर्षवर्धन (22) के अपहरण के मामले में कांस्टेबल मोनू तालान उर्फ सोनू और उसके साथियों राहुल सिंह और राजकुमार को गिरफ्तार किया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि तीनों ने कथित तौर पर पीड़ित परिवार से पांच लाख रुपये की मांग की थी। पुलिस के अनुसार, रामपुर चंद्रसैनी निवासी हर्षवर्धन को आखिरी बार 22 सितंबर को कुछ सामान लेने बाजार जाते हुए देखा गया था। देर रात, पीड़ित के फोन से परिवार को एक कॉल आया जिसमें उसके अपहरण और फिरौती की मांग की सूचना दी गई। उसके भाई कुशपाल सिंह ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
जांच के दौरान, अधिकारियों को पता चला कि सैंया थाने में तैनात मोनू तालान ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। तालान पहले भी कुछ मामलों में संलिप्त रहा है। उसे पूर्व में सस्पेंड भी किया गया था। पुलिस ने हर्षवर्धन को बरामद कर लिया और तीनों को हिरासत में ले लिया।
शख्स को जबरन कार में ही रखा
अधिकारियों ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने शुरुआत में हर्षवर्धन को एक बैठक के बहाने कारगिल चौराहा बुलाया था। जब अपहरणकर्ताओं को पता चला कि हर्षवर्धन के पास पैसे नहीं हैं, तो उन्होंने उसके परिवार से फिरौती वसूलने की योजना बनाई और उसे 22 सितंबर की रात से अगले दिन तक कार में ही रखा।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग के जरिए संदिग्धों का पता लगाया और अपराध में इस्तेमाल की गई एक अपंजीकृत कार बरामद की। पुलिस उपायुक्त नगर सोनम कुमार ने कहा, “फिरौती के लिए अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।”