हालांकि दिसंबर के आखिर में ठंड की मार कोई अस्वाभाविक बात नहीं है, लेकिन तापमान में ज्यादा गिरावट लोगों के लिए परेशानी की वजह तो बनती ही है। वह चाहे को युवा हो, बच्चा हो या बुजुर्ग, सर्दी का मौसम किसी को नहीं छोड़ता। खासतौर पर बुजुर्गों के लिए यह नाजुक वक्त होता है। हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली में न्यूतम तापमान पांच डिग्री तक दर्ज किया गया। समझा जा सकता है कि लोगों को किस दशा से गुजरना पड़ा होगा।
इसके अलावा, सर्दी आते ही कोहरे का कोहराम शुरू हो जाता है। इसके कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। यातायात में बाधा तो एक आम स्थिति होती है, जिससे यात्रियों को बेवजह परेशान होना पड़ता है। यह सब कुछ नया नहीं है, बल्कि दशकों से ऐसा ही चलता आ रहा है। अब तक इसके लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं हो पाया है। अगर प्रयास करके कोहरा वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता के साथ सुरक्षित बना दिया जाए तो जानमाल के नुकसान रोकने के साथ ही हादसों में कमी लाई जा सकती है।
सागरिका गुप्ता, नई दिल्ली</strong>