कश्मीर में एक के बाद एक गैर-मुसलिमों की हत्या हो रही है। थोड़े अंतराल में अध्यापिका के बाद बैंक मैनेजर की हत्या, कुछ तो संकेत दे रही है। यह सरकार के लिए निश्चित ही चिंता का विषय होना चाहिए। कुछ दिनों से शांत चल रहे कश्मीर में अचानक निर्दोष लोगों की हत्या की वरदातों का बढ़ जाना इस बात का साफ संकेत है कि कहीं कोई दुखती रग जरूर दबी है इन नरपिशाचों की, जिसकी वजह से ये बौखलाए हुए हैं। सरकार और सुरक्षाबलों को चाहिए कि इनकी बौखलाहट जड़ से समाप्त हो। टहनियों के बजाय सीधे जड़ पर वार होगा, तभी बौखलाहट शांत होगी।

मनोज, मेरठ</strong>