पंजाब विधानसभा चुनाव से पूर्व डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम की रिहाई हैरानी करने वाली है। पंजाब में डेरा सच्चा प्रमुख से जुड़े लोगों की संख्या अधिक है। राम रहीम चुनाव को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। राम रहीम हत्या और बलात्कार के मामले में सजा काट रहे हैं, लेकिन अचानक चुनाव से पूर्व उनकी रिहाई हो गई। यह न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।
हत्या और बलात्कार जैसे घृणित कार्य करने वाले अपराधी को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस अपराधी को सलाखों के पीछे होना चाहिए था, आज उसकी सुरक्षा में प्रशासन रात-दिन एक किए हुए है। विपक्षी दलों द्वारा राम रहीम की रिहाई को राजनीति से जोड़ कर देखना लाजमी है। राजनीति के आंगन में अपराधी फल-फूल रहे है। भगवान राम के नाम पर राजनीति करने वाले को राम रहीम जैसे अपराधियों के साथ समझौता नहीं करना चाहिए।
- हिमांशु शेखर, केसपा, गया