लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना इन दिनों सुर्खियों में है। बहुत बड़ी मानवीय त्रासदी वहां हुई है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री का बेटा आशीष मिश्र इस घटना को लेकर सवालों के घेरे में है। प्राथमिकी में अन्य के साथ उनका भी नाम है। पक्षपात रहित, पारदर्शी व बिना दबाव के निष्पक्ष जांच होने के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा। लेकिन चारों तरफ से उंगलियां केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और उनके पुत्र पर उठ रही हैं। ऐसे में स्वयं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे देना चाहिए कि जब तक उनका दामन उक्त आरोपों से पाक-साफ नहीं हो जाता तब तक वे किसी पद पर नहीं रहेंगे।
’हेमा हरि उपाध्याय, उज्जैन
नैतिकता का तकाजा
पक्षपात रहित, पारदर्शी व बिना दबाव के निष्पक्ष जांच होने के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा। लेकिन चारों तरफ से उंगलियां केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और उनके पुत्र पर उठ रही हैं।
Written by जनसत्ता

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First published on: 09-10-2021 at 00:02 IST