ऐसी ही पहल हर गांव-शहरों में होना चाहिए। साथ ही गंदगी थूकने के लिए पीकदान भी नियत स्थानों पर होना चाहिए। सबसे पहले तो तंबाकू सेवन से जन्मे अनेक रोगों से बचने की सलाह देना आवश्यक है। एक जानकारी के मुताबिक इसकी बढ़ती लत के कारण मुख कैंसर के मरीजों की संख्या देश में लगभग पचास लाख हो गई है।

घातक रसायन निकोटिन तंबाकू में पाया जाता है। स्वैच्छिक संगठन और सामाजिक संस्थाएं, व्यसन मुख्य परामर्श केंद्र आदि भी जागरूकता लाने का प्रयत्न कर रही है। तंबाकू सेवन से खतरों की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों मे न के बराबर है।

कई बच्चे भी तंबाकू खाने की लत के शिकार हो जाते हैं। उन्हें समझाइश की आवश्यकता है। वाहनों को चलाते समय सड़कों पर थूकना लोगों की आदत बन गई है। समझाने की कोशिश जरूर हो, लेकिन अगर लोग नहीं मानें तो इस पर जुर्माना लगाना वक्त का तकाजा है।
’संजय वर्मा ‘दृष्टि’, मनावर, धार, मप्र

बेमानी शक

कोरोना संक्रमण से स्थायी निजात और देश के जनता के हितार्थ ही वैज्ञानिकों द्वारा कठिन परिश्रम से तैयार की गई वैक्सीन की घोषणा तथा ड्राई रन के दौरान सपा नेता अखिलेश यादव ने वैक्सीन के प्रति नाखुशी, अविश्वास और संदेह व्यक्त कर अवांछित सियासत की है। इसी तरह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी पहले टीका नहीं लेने की बात कही। ऐसे बयान वैज्ञानिकों के परिश्रम का अपमान हैं और सर्वथा अनुचित हैं।

यह ध्यान रखने की जरूरत है कि समूचा विश्व इस बीमारी की वजह से किन संकटों के दौर से गुजरा और गुजर रहा है। अभी भी इसके खतरे कम नहीं हुए हैं और इससे जूझने की कोशिश चल रही है। ऐसे में खासतौर पर राजनेताओं को जनता के सामने सच को रखना चाहिए, ताकि लोग भविष्य के खतरे से बच सकें।
’बीएल शर्मा ‘अकिंचन’, उज्जैन, मप्र

एकजुटता की राह

हाल ही में अमेरिकी संसद ने जिस प्रकार से ट्रंप के वीटो को खारिज करते हुए भारत के प्रति चीन की आक्रामकता का विरोध करते हुए नेशनल डिफेंस आॅथोराइजेशन एक्ट को कानूनी रूप से मंजूरी दी है, वह बेहद प्रशंसनीय है। यह भारत अमेरिका के बीच बढ़ते विश्वास तथा सरहद पर चीन की विस्तारवादी नीतियों को रोकेगा। इस कानून के माध्यम से चीन के खिलाफ भारत और विश्व के अन्य सहयोगी देशों के बीच आपसी समर्थन तथा एकजुटता बढ़ेगी।
’पारस जैन, मेरठ, उप्र