फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो अब सिर्फ 10 मिनट में डिलीवरी शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए वह कई रेस्टोरेंट और क्लाउड किचन कंपनियों से बातचीत कर रहा है। हालांकि, बातचीत शुरुआती दौर में है। फिलहाल वह अपने खुद के किचन और वेयरहाउस के माध्यम से इसे शुरू करने की योजना बना रहा है। हालांकि, कंपनी की ओर से इसे लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

जानकारी के मुताबिक कंपनी अप्रैल से कुछ शहरों में पायलट प्रोग्राम के तहत इस सेवा को शुरू कर सकती है। गुड़गांव पहला शहर हो सकता है। बता दें कि जोमैटो ने पिछले साल बेंगलुरु में चार लोकेशन पर 10 से 15 मिनट में डिलीवरी की शुरुआत की थी। इसी के तर्ज वह अब अन्य शहरों में भी 10 मिनट में डिलीवरी की सुविधा शुरू करने की योजना बना रहा है। हालांकि कुछ जगहों पर कंपनी 20 मिनट में डिलीवरी की सेवा देती है।

फूड-डिलीवरी कंपनी ऐसा करने के लिए कई योजनाओं पर विचार कर रहा है। इसके लिए वह अपने रेस्टोरेंट पार्टनर्स के बिजनेस टू बिजनेस सप्लाई के लिए वेयरहाउस का इस्तेमाल करने पर भी विचार कर रहा है। इसके अलावा वह इस मॉडल पर भी विचार कर रहा, जिसमें रेस्टोरेंट चुनिंदा मेनू आइटम सीधे आपूर्ति कर सकते हैं। दिसंबर तिमाही के बाद जोमैटो ने कहा था कि हाइपरप्योर ने नौ शहरों में सेवाएं दीं।

हाइपरप्योर जोमैटो द्वारा रेस्टोरेंट को ताजा, स्वच्छ, उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री और आपूर्ति प्रदान करने की एक पहल है। जुलाई में लिस्टिंग के बाद से इसने कारोबार में अपना निवेश बढ़ाया है। अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी या 10-30 मिनट में डिलीवरी की सुविधा का मध्यम से उच्च आय वाले परिवार यूजर बेस हैं, जो पैकेज्ड फूड और अन्य किराने की वस्तुओं की डिलिवरी जल्द चाहते हैं।

पिछले साल कंपनी के आउंडर दिपिंदर गोयल ने कहा था कि केवल 10 अरब डॉलर से ज्यादा का मार्केट कैप जुड़ने वाले बिजनेस में ही निवेश करेंगे। फिलहाल के समय में जोमैटो के शेयर में गिरावट आई है। यह ऑल टाइम हाई से 55 फीसदी टूटकर इश्यू प्राइस पर आ गया है। एक समय इसका शेयर 150 रुपये तक चला गया था। गुरुवार को यह 80 रुपये पर पहुंचकर बंद हुआ।