यदि आप नौकरीपेशा है और संडे या छुट्टी वाले दिन सैलरी नहीं मिलने की समस्या से कई बार परेशान दो-चार हो चुके हैं तो अब इसका समाधान होने वाला है। 1 अगस्त से आपको संडे और छुट्टी वाले दिन भी सैलरी मिलने लगेगी।
दरअसल, अभी सैलरी, पेंशन या ईएमआई जैसे कार्य बैंकों के कार्यदिवस के दौरान ही होते हैं। इसके लिए नेशनल ऑटोमेटिड क्लीयरिंग हाउस (NACH) जिम्मेदार है। अभी यह सिस्टम बैंक कार्यदिवस में काम करता है। लेकिन 1 अगस्त से यह सप्ताह के सातों दिन काम करेगा। इससे जिन संस्थानों में महीने की पहली तारीख को सैलरी मिलती है, उनके कर्मचारियों को 1 तारीख को ही सैलरी मिल जाएगी।
आरबीआई ने पिछले महीने की थी घोषणा: भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत ने पिछले महीने कहा था कि रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) की तरह नेशनल ऑटोमेटिड क्लीयरिंग हाउस की सेवाओं को भी सप्ताह के सातों दिन लागू किया जा रहा है। सेवा के शुरू होने के बाद अब सप्ताह के सातों दिन सैलरी, पेंशन, ईएमआई जैसे बड़े पैमाने के भुगतान हो जाया करेगा।
कैसे काम करता है NACH?: नेशनल ऑटोमेटिड क्लीयरिंग हाउस यानी NACH बड़े पैमाने पर पेमेंट करने वाला एक सिस्टम है। इसका संचालन नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से किया जाता है। इसके जरिए सैलरी, पेंशन, ब्याज, डिविडेंड, डायरेक्टर बैनेफिट ट्रांसफर (DBT) जैसे पेमेंट को एक साथ हजारों-लाखों खातों में ट्रांसफर किया जा सकता है। साथ ही इसके जरिए बिजली, टेलीफोन, गैस, पानी से जुड़े बिलों का भुगतान और लोन, म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस प्रीमियम के कलेक्शन किया जाता है।
बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस रखना होगा: हालांकि, इस सुविधा के शुरू होने के बाद आपको बैंक खाते में भी पर्याप्त पैसा रखना होगा। दरअसल, सैलरी की तरह अभी किसी लोन की ईएमआई या अन्य मासिक किस्त भी संडे या छुट्टी वाले दिन नहीं जमा होती है। नया नियम लागू होने से अब लोन की ईएमआई या अन्य मासिक किस्त का 1 अगस्त से संडे या छुट्टी वाले दिन पेमेंट हो जाएगा। ऐसे में अगर खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं हुआ तो आप पर जुर्माना भी लग सकता है।