Yes Bank-DHFL Fraud Case News In Hindi: भातर के सबसे बड़े बैंक फ्रॉड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो बिल्‍डरों की 415 करोड़ की संपत्ति जब्‍त कर दी है। ईडी ने 3 अगस्त को यस बैंक- डीएचएफएल धोखाधड़ी मामले में कुल संपत्ति में से 251 करोड़ रुपए संजय छाबड़िया की और 164 करोड़ रुपए अविनाश भोसले की की जब्‍त की है। जबकि अभी तक कुल कुर्की 1,827 करोड़ रुपए की हुई है।

ईडी ने दोनों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत कार्रवाई की है। ईडी ने बिल्‍डर संजय छाबड़िया की कुर्क की गई संपत्ति में मुंबई के सांताक्रूज स्थित एक भूमि पार्सल की है, जिसकी कीमत 116.5 करोड़ रुपए है, वहीं बेंगलुरु में स्थित भूमि पार्सल में स्थित छाबड़िया की कंपनी के 25 प्रतिशत इक्विटी शेयर, 115 करोड़ रुपए के एक फ्लैट भी शामिल है। इसके साथ ही दिल्ली हवाई अड्डे पर स्थित छाबड़िया के होटल से 13.67 करोड़ रुपए और 3.10 करोड़ रुपए की तीन हाई-एंड लग्जरी कारें भी शामिल है।

वहीं ईडी ने अविनाश भोसले की कुर्क की गई संपत्ति में मुंबई में स्थि‍त डुप्लेक्स फ्लैट, जिसकी कीमत 102.8 करोड़ रुपए है, पुणे में स्थित एक भूमि पार्सल 14.65 करोड़ रुपए की, पुणे में स्थित एक और भूमि पार्सल 29.24 करोड़, 15.52 करोड़ नागपुर की एक भूमि पार्सल और 1.45 करोड़ की नागपुर में स्थित भूमि का दूसरा भाग शामिल है।

ED ने इस मामले में अभी तक कई धाराओं में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर यस बैंक के राणा कपूर और DHFL के कपिल वधावन और धीरज वधावन प्रमोटरों के खिलाफ जांच शुरू की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि राणा कपूर ने मेसर्स के प्रमोटर निदेशक कपिल वधावन के साथ आपराधिक साजिश रची थी। वहीं राणा कपूर ने मेसर्स यस बैंक लिमिटेड के माध्यम से डीएचएफएल के अल्पकालिक गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर में 3,700 करोड़ रुपए और डीएचएफएल के मसाला बॉन्ड्स में 283 करोड़ रुपए का निवेश किया था।

इसके साथ ही राणा कपूर ने कर्ज की आड़ मे 600 करोड़ की किकबैक का भुगतान भी किया था। ईडी की जांच में खुलासा किया गया है कि
यस बैंक की ओर से DHFL को 3,983 करोड़ रुपए के ट्रांसफर के तुरंत बाद ही संजय छाबड़िया के रेडियस ग्रुप को कर्ज दिया गया और डीएचएफएल से कर्ज के रूप में 2317 करोड़ की धनराशि मिली।

साथ ही संजय छाबड़िया ने अविनाश भोसले के साथ मिलकर काम किया और अविनाश भोसले को उनकी विभिन्न लाभकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में धन दिया। इसके अलावा, भोसले ने डीएचएफएल के कपिल वधावन के साथ सांठगांठ की थी और डीएचएफएल और अन्य संस्थाओं को कुछ सेवाएं प्रदान करने की आड़ में डीएचएफएल से लगभग 71.82 करोड़ रुपए भी लिए।

गौरतलब है कि इससे पहले ईडी ने 1,412 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी, जिसमें वधावन के 5 हाई फाई वाहनों को जब्त किया था, जिनकी अनुमानित कीमत 12.59 करोड़ रुपए थी और साथ ही यस बैंक-डीएचएफएल धोखाधड़ी मामले में राणा कपूर की 600 करोड़ रुपए की संपत्तियां भी जब्त की थीं और कपिल को गिरफ्तार किया था। धीरज वधावन, राणा कपूर पर वधावन न्यायिक हिरासत में रखा गया है। वहीं ईडी ने जून में संजय छाबड़िया और अविनाश भोसले को भी गिरफ्तार किया है और दोनों न्यायिक हिरासत में लिया है।