यस बैंक ने 48,000 करोड़ रुपये के एनपीए पोर्टफोलियो के लिए प्राइवेट इक्विटी फर्म जेसी फ्लावर्स को आधार बोली के लिए बैंक को 6 बिलियन डॉलर के यानी करीब 48,000 करोड़ की स्ट्रेस्ड डेट रकम के ट्रांसफर की मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि निजि फर्म जेसी फ्लावर्स ने एनपीए के लिए 111.83 अरब रुपये की शुरुआती बोली लगाई थी।

वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से राम सुब्रमण्यम गांधी (R Gandhi) की यस बैंक के पार्ट टाइम अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति 3 साल के कार्यकाल के लिए मंजूरी दे दी है। गांधी वर्तमान में वित्तीय क्षेत्र के नीति विशेषज्ञ और सलाहकार हैं और वित्तीय नियमों से लेकर भारतीय अर्थव्यवस्था तक के विषयों पर बैंकों, वित्त कंपनियों और निवेशकों को सलाह देते हैं।

संपत्तियों की बिक्री के लिए कंपनियों से बोलियां आमंत्रित करने की प्रक्रिया के बाद, बैंक के बोर्ड ने 20 सितंबर 2022 यानी मंगलवार को विजेता के रूप में जेसी फ्लावर्स एआरसी को संपत्ति‍ की ब्रिक्री की अनुमति दी है। यस बैंक ने स्‍टॉक एक्‍सचेंज फाइलिंग में भी इस बात की जानकारी दी है। इसके साथ ही बैंक के निदेशक मंडल ने 20 सितंबर को हुई अपनी बैठक में बैंक द्वारा जेसी फ्लावर्स एआरसी में 19.99 प्रतिशत तक इक्विटी हिस्सेदारी अधिग्रहण हासिल करने के लिए आवश्यक निवेश को मंजूरी दी है।

यस बैंक 15 जुलाई, 2022 को बैंक के चिन्हित स्ट्रेस्ड लोन की बिक्री के संबंध में रणनीतिक साझेदारी के लिए JCF ARC LLC और जेसी फ्लावर्स असेस्‍ट रिकंस्‍ट्रक्‍शन प्राइवेट लिमिटेड (JF Flowers ARC) के साथ बोली सीट पर साइन करने के बाद निजी क्षेत्र के कर्जदाता के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि उन्हें लगता है कि इससे कंपनी की चुनौतियों को कम करने में मदद मिलेगी।

बता दें कि मार्च 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से एआरसी को अपनी सहायक कंपनी के रूप में स्थापित करने की योजना को खारिज करने के तुरंत बाद यस बैंक ने अपने खराब संपत्ति पोर्टफोलियो के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं।