Ratan Tata’ Right Hand N Chandrasekaran: बिजनेस की दुनिया के जानी-मानी हस्ती रतन टाटा देश के सबसे बड़े कारोबारी ग्रुप में से एक टाटा ग्रुप (Tata Group) के मुखिया हैं। लेकिन उनकी सफलता के पीछे एक शख्स जो लगातार खड़ा रहा है वो हैं एन चंद्रशेखरन। रतन टाटा के राइट हैंड कहे जाने वाले एन चंद्रशेखरन फिलहाल Tata Sons के चेयरमैन हैं और टाटा ग्रुप के कारोबार को संभाल रहे हैं।
Times of India की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा संस की अनुमानित वैल्यू करीब 11 लाख करोड़ रुपये की है। आज हम आपको बताएंगे एन चंद्रशेखरन के कैरियर, पढ़ाई-लिखाई के बारे में विस्तार से…
N Chandrasekaran’s Journey: TCS में इंटर्नशिप से शुरुआत
एन चंद्रशेखरन को प्यार से नटराजन कहा जाता है। टाटा संस के चेयरमैन तक पहुंचने के सफर में सबसे बड़ा हाथ उनकी कड़ी मेहनत और दिमाग का है। 1987 में उन्होंने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में एक इंटर्न के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत की थी। और इसके बाद वह कामयाबी की सीढ़िया चढ़ते गए। दो दशकों तक कड़ी मेहनत और सफलता के बाद साल 2007 में उन्हें टीसीएस के बोर्ड में शामिल किया गा। 2009 से 2017 तक उन्होंने ग्लोबल आईटी सॉल्यूशन और कंसल्टिंग फर्म Tata Consultancy Services (TCS) में CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिका अदा की। साल 2009 में 46 साल की उम्र में टाटा की सभी कंपनियों में सबसे युवा CEO थे।
टाटा-सायरस मिस्त्री विवाद के बाद साल 2017 में उन्हें टाटा ग्रुप का CEO बनाया गया। रतन टाटा का भरोसा इन पर है और अब तक टाटा को वह 128 अरब डॉलर वैल्यू वाली कंपनी बना चुके हैं।
N Chandrasekaran Educational Background, Career
एन चंद्रशेखरन ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के कोयम्बटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अप्लायेड साइंसेज (Applied Sciences) में ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा तिरुचिरापल्ली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (National Institute of Technolog) से कंप्यूटर एप्लिकेशंस में मास्टर डिग्री ली है। 1987 में टीसीएस से उनका सफर शुरू हुआ।
Air India का अधिग्रहण
एन चंद्रशेखरन की लीडरशिप में टाटा संस की वैल्यू 11 लाख करोड़ रुपये पहुंच चुकी है। उनकी लीडरशिप में ही टाटा ग्रुप ने Air India का अधिग्रहण किया। बिजनेस की दुनिया में टाटा ग्रुप के भविष्य की रूपरेखा तय करने की तरफ यह एक बड़ा कदम है।
Chandrasekaran’s Salary
एन चंद्रशेखरन का रुतबा उनके सालाना पैकेज में भी देखने को मिलता है। साल 2021-22 में उनका सालाना वेतन 109 करोड़ रुपये प्रति वर्ष पहुंच गया, जिसके साथ वह देश में सबसे ज्यादा पैसे पाने वाले बिजनेस एग्जिक्युटिव बन गए। बता दें कि साल 2019 में उनका सालाना वेतन 65 करोड़ रुपये था। लेकिन कंपनी में उनके अतुलनीय योगदान के चलते उनके सालाना पैकेज को टाटा ने बढ़कर 100 करोड़ के पार कर दिया।
Chandrasekaran’s Family
बात करें बिजनेस से इतर उनकी पारिवारिक जिंदगी की तो 60 वर्षीय एन चंद्रशेखरन मुंबई में रहते हैं। उनकी पत्नी ललिता चंद्रशेखरन और बेटा प्रणव चंद्रशेखरन हैं। साल 2022 में उन्होंने मुंबई के पॉश इलाके पेद्दार रोड पर 6000 स्क्वायर फीट एरिया में फैले डुपलेक्स घर खरीदा जिसकी कीमत 98 करोड़ रुपये थी। इसी साल उन्हें टाटा संस में दोबारा अगले 5 सालों तक (20 फरवरी 2027) चेयरमैन पद की कमान सौंपी गई। चंद्रशेखरन एक शौकीन फोटोग्राफर, मैराथन रनर भी हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘Bridgital Nation’ नाम की किताब भी लिखी है।
