अपनी गाड़ी खरीदने का सपना सच करने का प्रयास कर रहे लोगों को नए साल पर फिर से झटका लग सकता है। दिवाली (Diwali) और त्योहारी सीजन (Festive Season) से ठीक पहले गाड़ियों के दाम बढ़ाने के बाद वाहन कंपनियां (Vehicle Companies) एक बार और कीमतों में वृद्धि पर विचार कर रही हैं। सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki India) के संकेतों से तो ऐसा ही लगता है।

कमॉडिटीज की कीमतों के हिसाब से बढ़ेंगे दाम

मारुति सुजुकी इंडिया के सीनियर एक्सीक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई से बातचीत में इस बात के संकेत दिए। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कमॉडिटीज (Commodities) के दाम रिकॉर्ड उच्च स्तर पर हैं। अभी कंपनी ने इसका पूरा बोझ ग्राहकों पर नहीं डाला है। वाहनों के दाम में संशोधन करने के लिए कमॉडिटीज की कीमतों पर नजरें रखी जा रही हैं।

रिकॉर्ड स्तर पर हैं धातुओं की कीमतें

वाहन बनाने में स्टील (Steel), कॉपर (Copper) जैसी धातुओं का काफी इस्तेमाल किया जाता है। स्टील कुछ समय पहले 38 रुपये किलो था, लेकिन यह 70 रुपये किलो के स्तर को पार कर चुका है। कॉपर कुछ ही महीने के दौरान दोगुना हो चुका है। पहले यह 5,200 डॉलर प्रति टन की दर से मिल रहा था, लेकिन अब यह 10,400 डॉलर प्रति टन तक पहुंच चुका है। पैलेडियम (Palladium), प्लैटिनम (Platinum) और रोडियम (Rhodium) जैसी महंगी धातुओं के दाम भी दो-तीन गुना तक बढ़ चुके हैं।

OEM की पूरी लागत कच्ची सामग्रियों का हिस्सा सबसे अधिक

श्रीवास्तव के अनुसार, ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चरर (OEM) के लिए पूरी लागत में मैटीरियल कॉस्ट का सबसे अधिक हिस्सा होता है। यह कुल लागत का करीब 70-75 प्रतिशत होता है। रॉ मैटीरियल की कीमतें बढ़ने से दूसरी तिमाही में इसका हिस्सा 80 प्रतिशत के भी पार चला गया। हम आने वाले समय में कमॉडिटीज की कीमतों में कमी आने की उम्मीद कर रहे हैं। इनके हिसाब से ही गाड़ियों के दाम पर निर्णय लिया जाएगा।

इस साल तीन बार दाम बढ़ा चुकी है मारुति सुजुकी

उल्लेखनीय है कि मारुति सुजुकी ने सितंबर में ही अपने विभिन्न मॉडलों के दाम में वृद्धि की थी। कंपनी ने तब अपनी विभिन्न गाड़ियों के दाम में एक हजार से 22,500 रुपये तक की वृद्धि की थी। मारुति सुजुकी इस साल अब तक तीन बार दाम बढ़ा चुकी है। कंपनी ने सबसे पहले जनवरी में कुछ मॉडलों के दाम में 1.5 प्रतिशत तक की वृद्धि की थी। इसके बाद अप्रैल में सभी मॉडलों के दाम करीब 1.8 प्रतिशत बढ़ाए गए थे।

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अन्य वाहन कंपनियों ने भी बढ़ाए हैं दाम

अन्य वाहन कंपनियों ने भी इस साल लगातार अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाए हैं। सितंबर महीने में टोयोटा किर्लोस्कर (Toyota Kirloskar) ने अपने सभी मॉडलों के दाम में 1.5 प्रतिशत से दो प्रतिशत तक की वृद्धि की थी। टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अपनी कुछ गाड़ियों के दाम 27 हजार रुपये तक बढ़ा दिए थे। होंडा कार्स (Honda Cars), हुंडई (Hyundai) समेत लगभग सभी कंपनियां इस साल अपनी गाड़ियों के दाम समय-समय पर बढ़ा चुकी हैं।