Vande Bharat Sleeper Train First Look: भारत के रेल ढांचे को बेहतर करने की तरफ एक बड़ा कदम उठाने की रेलवे की तैयारी पूरी हो चुकी है। चेन्नई में Integral Coach Factory (ICF) वंदे भारत स्लीपर कोच को रोलआउट करने की योजना बना रही है। मॉडर्न और एडवांस्ड फीचर्स वाली इन ट्रेनों के साथ रेलवे का इरादा लंबी-दूरी के सफर में यात्रियों को बेहतर और सुविधाजनक ट्रैवल एक्सपीरियंस देने का है। बता दें कि वंदे भारत प्रोजेक्ट (Vande Bharat Project) के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। अभी तक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चेयर कार डिजाइन वाले कोच के साथ ही चलाया जा रहा है।

ICF के जनरल मैनेजर यू.सुब्बा राव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर वंदे भारत स्लीपर कोच के आने वाले लॉन्च के बारे में बात की। उन्होंने इस नए प्रोटोटाइप को बनाने के लिए ICF और Bharat Earth Movers Limited (BEML) के बीच हुई साझेदारी पर भी असर डाला।

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नवंबर में शुरू होगी वंदे भारत स्लीपर कोच की टेस्टिंग
उन्होंने आगे बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल लखनऊ के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (RDSO) और वेस्टर्न रेलवे ट्रैक पर शुरू होगा।

आईसीएफ मैनेजर ने कहा, ‘यह ट्रेन फिलहाल एक प्रोटटाइप है जिसे BEML और ICF के साथ पार्टनरशिप में डिवेलप किया गया है। यह ट्रेन यहां 10-15 दिन पहले आई है। अभी ट्रेन कोच के अंदर छोटे-छोटे काम बाकी हैं और फर्नीशिंग के काम हम पूरे कर रहे हैं। 15 नवंबर तक ट्रेन टेस्टिंग के लिए तैयार हो जाएगी। यह टेस्टिंग लखनऊ RDSO और वेस्टर्न रेलवे में की जाएगी। यह एक तरह से ब्रेकिंग डिस्ट्रेस ट्रायल्स होंगे और रनिंग कंडीशन में सभी कंट्रोल सिस्टम व इलेक्ट्रिकल सिस्टम को चेक किया जाएगा।’

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वंदे भारत स्लीपर कोच टेस्टिंग प्रोसेस
वंदे भारत स्लीपर कोच की टेस्टिंग को कई चरणों में पूरा किया जाएगा। यह ट्रेन 90Kmph की शुरुआती स्पीड से चलेगी और 180Kmph तक की स्पीड हासिल करेगी। ट्रायल्स में इमरजेंसी ब्रेकिंग और कंट्रो व इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स की टेस्टिंग शामिल है। नियमित संचालन के लिए इस ट्रेन को 15 जनवरी 2025 तक सर्टिफिकेट मिलने की उम्मीद है।

आईसीएफ मैनेजर का कहना है, ‘यह ट्रेन 90kmph, 100kmph, 120, 130 और फिर 180kmph तक की स्पीड पर टेस्ट की जाएगी। इस पूरे प्रोटोकॉल में करीब 2 महीने का वक्त लगेगा। 15 नवंबर को ट्रेन हमारी तरफ से तैयार रहेगी और दिसंबर या 15 जनवरी तक कमीशनिंग के बाद इसे नियमित संचालन के लिए सर्टिफाइड किए जाने की उम्मीद है।’

मुख्य रास्तों पर रेलवे बढ़ाएगा ट्रेन की स्पीड
भारत के ट्रैक अपग्रेड के बारे में राव ने जिक्र किया कि प्रक्रिया चल रही है और 160kmph की स्पीड हैंडल करने के लिए कई सेक्शन को अपग्रेड किया जाएगा।

बता दें कि पहले ही देशभर में कई सारे ट्रैक को 130kmph की स्पीड के लिए अपग्रेड किया जा रहा है। और कई बड़े रास्तों जैसे चेन्नई-दिल्ली रूट पर धीरे-धीरे 160kmph तक की स्पीड के लिए तैयार किया जाएगा।