Budget 2022: पांच सूबों के विधानसभा चुनाव (Elections 2022) से पहले केंद्रीय बजट (Union Budget 2022) आना है। एक फरवरी को बजट आएगा, जबकि नौ दिनों बाद यानी 10 फरवरी से इन चुनावों के लिए मतदान चालू हो जाएगा। ऐसे में सड़क से लेकर सोशल मीडिया और सियासी गलियारों तक में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या इस बार बजट का इलेक्शंस और उनके नतीजों पर असर पड़ेगा या नहीं।
हालांकि, इस हिसाब से अगर थोड़ा पीछे चलें और रिकॉर्ड देखें तो चुनावों के पहले बजट आने की वजह से 15 बार कांग्रेस को तो नौ बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लाभ हो चुका है। हालांकि, 11 मौके ऐसे भी रहे, जिनमें चुनावों और वोटरों पर इसका असर ही नहीं पड़ा।
ये बातें हाल ही में एक हिंदी अखबार द्वारा चुनाव पूर्व बजट पर किए गए रिसर्च में सामने आईं। ‘दैनिक भास्कर’ ने इस शोध में 15 साल में 14 प्रदेशों के 42 विस चुनावों के डेटा को लिया। रिपोर्ट में बताया गया कि इन 13 चुनावों में इलेक्शन से पहले आए बजट की वजह से सत्तारूढ़ दल को लाभ हुआ, जिसमें नौ बार भाजपा और चार बार कांग्रेस को लाभ हुआ।
वहीं, नुकसान की बात करें तो कुल 18 बार इस चीज का घाटा देखने को मिला। इन इलेक्शंस में 15 बार नुकसान कांग्रेस को हुआ तो तीन बार बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। हालांकि, खबर में यह भी बताया गया कि 11 चुनावों में बजट का असर नहीं पड़ा।
दरअसल, सरकार केंद्रीय बजट के जरिए कई लुभाने और जन कल्याण वाले ऐलान भी करती है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो वोटरों का मूड इन लोकलुभावन वादों और घोषणाओं के जरिए बदल भी सकता है, जिसका असर सीधे तौर पर चुनाव और उसके नतीजों में देखने को मिल सकता है।
बता दें कि सियासी तौर पर अहम यूपी में सात चरणों में वोटिंग होगी। ये 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी।
वहीं, उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को वोट पड़ेंगे, जबकि मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा। पांचों राज्यों में मतदान के बाद 10 मार्च को वोटों की गिनती होगी।