Top 5 richest and poorest states of india: भारत की जीडीपी में सबसे ज्यादा योगदान किस देश का है? क्या आपको पता है कि आपके देश के सबसे गरीब और अमीर राज्य कौन से हैं? राज्यों की जीडीपी (GDP) से जुड़ी एक नई रिपोर्ट में कई दिलचस्प आंकड़े सामने आएंगे, जो आपको इन सभी सवालों के जवाब देंगे। दक्षिण भारत के पांच बड़े राज्य-कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और तमिलनाडु की पर कैपिटा इनकम (per capita income) साल 1991 में भारत की औसत परकैपिटा इनकम से कम थी। लेकिन पिछले कुछ सालों में ऐतिहासिक लिबरलाइज़ेशन के साथ दक्षिण के इन राज्यों ने जबरदस्त ग्रोथ दर्ज कराई है।
जी हां,पर कैपिटा इनकम (प्रति व्यक्ति आय) के लिहाज से भले ही ये सब सबसे अमीर राज्य नहीं हैं लेकिन Prime Minister’s Economic Advisory Council (PMEAC) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक,भारत के सबसे अमीर राज्यों में कर्नाटक, तेलंगाना, और तमिलनाडु सबसे ज्यादा पैसे वाले राज्यों में शामिल हैं।
पर कैपिटल इनकम के हिसाब से सबसे अमीर राज्य | 1960-61 | 2023-24 |
दिल्ली | 218.3 प्रतिशत | 250.8 प्रतिशत |
तेलंगाना | 193.6 प्रतिशत | |
कर्नाटक | 96.7 प्रतिशत | 180.7 प्रतिशत |
हरियाणा | 106.9 प्रतिशत | 176.8 प्रतिशत |
तमिलनाडु | 109.2 प्रतिशत | 171.1 प्रतिशत |
सबसे खास बात है कि दक्षिण के पांच बड़े राज्यों ने मिलकर मार्च 2024 की तिमाही में खत्म हुए वित्तीय वर्ष में भारत की कुल जीडीपी में 30 प्रतिशत का योगदान किया है। सबसे दिलचस्प है कि आंध्र से अलग करके बनाए गए देश के सबसे नए राज्य तेलंगाना भी इस लिस्ट में शामिल है।
GDP में सबसे बड़ा योगदान महाराष्ट्र का
महाराष्ट्र भारत की जीडीपी में योगदान करने के मामले में सबसे आगे है। हालांकि, पिछले एक दशक में भारत की जीडीपी में इसका शेयर कम जरूर हुआ है। देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई इसी राज्य में है और करीब 15 साल पहले तक भारत की GDP में महाराष्ट्र का 15 फीसदी हिस्सा होता था। लेकिन अब यह 13.3 फीसदी ही रह गया है।
लेकिन प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो टॉप-5 में महाराष्ट्र शामिल नहीं है। मार्च 2024 में खत्म हुई तिमाही तक राष्ट्र की पर कैपिटा इनकम बढ़कर 150.7 फीसदी पहुंच गई थी।
पर कैपिटल इनकम के हिसाब से सबसे गरीब राज्य | 1960-61 | 2023-24 |
बिहार | 70.3 प्रतिशत | 32.8 प्रतिशत |
झारखंड | 57.2 प्रतिशत | |
उत्तर प्रदेश | 82.4 प्रतिशत | 50.8 प्रतिशत |
मणिपुर | 50.3 प्रतिशत | 66 प्रतिशत |
असम | 102.9 प्रतिशत | 73.7 प्रतिशत |
भारत की जीडीपी में उत्तर प्रदेश का योगदान 1960-61 में 14 प्रतिशत था जो अब 2023-24 में घटकर 9.5 प्रतिशत रह या। वहीं तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाला प्रदेश बिहार का शेयर देश की जीडीपी में सिर्फ 4.3 प्रतिशत है।
1960 में पंजाब को हरित क्रान्ति का फायदा मिला था। और 1971 तक राज्य की प्रति व्यक्ति आय भारत की औसत पर कैपिटल इनकम (169 प्रतिशत) की तुलना में 119.6 फीसदी हो गई। हालांकि, पंजाब की पर कैपिटा इनकम अभी भी 106 प्रतिशत है जो देश की औसत पर कैपिटा इनकम से दोगुनी है। हरियाणा भी पर कैपिटा इनकम में काफी आगे है और यहां प्रति व्यक्ति आय 176.8 प्रतिशत है।