टमाटर कीमतों में तेजी अस्थायी रुख है और हिमाचल प्रदेश तथा हरियाणा से आपूर्ति बढ़ने के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में इसके दाम नीचे आने शुरू हो गए हैं। कृषि मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार (17 जून) को यह बात कही। आजादपुर मंडी में टमाटर के थोक भाव दो दिन पहले 60 रुपए किलो की ऊंचाई पर पहुंच गए थे। शुक्रवार (17 जून) को यह घटकर 20 से 40 रुपए किलो पर आ गए। हालांकि, खुदरा दाम अभी भी गुणवत्ता और स्थान के हिसाब से 50 से 80 रुपए किलो के बीच चल रहे हैं।
कृषि सचिव शोभना के पटनायक ने कहा, ‘टमाटर के लिए यह कम आपर्ति वाला सीजन है। कीमतों में बढ़ोतरी अस्थायी है और यह जल्द समाप्त होगी। दिल्ली में यह मुद्दा नहीं है, क्योंकि पहाड़ी इलाकों से टमाटर की आवक शुरू हो गई है।’ आपूर्ति में सुधार के साथ टमाटर के थोक दाम नीचे आने लगे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि नई फसल की आवक से अन्य हिस्सों में भी कीमतों में कमी आएगी। टमाटर व्यापारी संघ के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा, ‘हिमाचल प्रदेश तथा हरियाणा से 350 टन से अधिक की आवक के बाद दिल्ली की मंडियों में स्थिति सुधर रही है। इसकी वजह से थोक बाजार में टमाटर घटकर 20 रुपए किलो पर आ गया है। ‘
उच्च गुणवत्ता वाले ‘सोना’ किस्म के हिमाचल प्रदेश के टमाटर का थोक दाम शुक्रवार (17 जून) घटकर 40-50 रुपए प्रति किलो पर आ गया। पिछले दो दिन में यह 40 से 60 रुपए किलो पर चल रहा था। हरियाणा में भी टमाटर के दाम शुक्रवार (17 जून) को घटकर 20 से 30 रुपए किलो पर आ गए, जो पिछले दो दिन से 40 से 50 रुपए किलो पर चल रहे थे। हालांकि, दिल्ली में थोक कीमतों में आई गिरावट अभी असंगठित खुदरा बाजार में नहीं दिख रही है। स्थानीय सब्जी दुकानदारों से गुणवत्ता व जगह के हिसाब से टमाटर 50 से 80 रुपए किलो के भाव बेचा जा रहा है।
मदर डेयरी के सफल आउटलेट्स में टमाटर 58 रुपए किलो के भाव बिक रहा है। गोदरेज की नेचर्स बास्केट द्वारा इसे 80 रुपए किलो के भाव बेचा जा रहा है। वहीं ई-पोर्टल बिगबास्केट पर यह 55 रुपए किलो के भाव बिक रहा है। कुछ रबी की फसल के नुकसान की वजह से मांग-आपूर्ति की स्थिति सख्त होने की वजह से पिछले 15 दिन में थोक एवं खुदरा बाजार में टमाटर की कीमतों में तेजी आई है। बेंगलुरु जैसे शहर में टमाटर का खुदरा दाम 80 से 100 रुपए किलो पर पहुंच गया है।