एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। शुक्रवार को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं बोर्ड (सेबी) ने रिलायंस अनिल अंबानी ग्रुप के मुखिया अनिल अंबानी को तगड़ा झटका दिया है। सेबी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अनिल अंबानी समेत उनकी कंपनी रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड और और तीन अन्य व्यक्तियों को बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। इन तीन अन्य व्यक्तियों में अमित बापना रविंद्र सुधाकर और पिंकेश आर शाह का नाम शामिल है।
शुक्रवार को जारी किए अंतरिम आदेश में सेबी ने कहा “इकाइयों को सेबी के साथ पंजीकृत किसी भी मध्यस्थ, किसी भी सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनी या किसी भी सार्वजनिक कंपनी के कार्यवाहक निदेशकों/प्रमोटरों को खुद के साथ जोड़ने से रोक लगा दी है, जो पूंजी जुटाने का इरादा रखते हैं।” यह पाबंदी अगले आदेश तक के लिए है।
कर्ज देने में की गड़बड़ी
बैंक ऑफ़ बड़ौदा के द्वारा किए गए फॉरेंसिक ऑडिट को आधार बनाते हुए सेबी ने अपने आदेश में कहा है कि “आरएचएफएल की किताबों में 8884.6 करोड़ों रुपए के ऋण मामले अभी भी बकाया हैं। 8,884.46 करोड़ रुपये की राशि पहले 43 संभावित अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी संस्थाओं या पाइल को हस्तांतरित की गई थी, जिसमें से 8,847.74 करोड़ रुपये की राशि 19 संस्थाओं को हस्तांतरित की गई थी। इसमें से 14 इकाइयां कथित तौर पर समूह की कंपनियां और अन्य पाइल इकाइयां थीं। जिनका प्रमोटर ग्रुप (अनिल अंबानी ग्रुप) के साथ घनिष्ठ संबंध था।”
NSE पर लगा तीन करोड़ रुपए का जुर्माना
सेबी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( एनएसई) और उसके पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण और रवि नारायण और अन्य पर भी जुर्माना लगाया है। ये जुर्माना ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर और एमडी के सलाहकार के रूप में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति में प्रतिभूति अनुबंध नियमों की अनदेखी को लेकर लगाया गया है। बाजार नियामक के द्वारा राम कृष्णा पर 3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। एनएसई, रवि नारायण और आनंद सुब्रमण्यम पर दो-दो करोड़ रुपए का जुर्माना, जबकि वीआर नरसिम्हन पर 6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा सेबी ने एनएसई को अगले 6 महीने तक कोई भी नया उत्पाद पेश करने पर रोक लगा दी है।