RBI MPC Meeting: आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने त्योहारी सीजन में होम-कार लोन EMI पर राहत नहीं दी है। RBI ने रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रखने का फैसला लिया है। यह इस वित्त वर्ष में RBI की मौद्रिक नीति समिति की चौथी बैठक थी। इस फैसले की घोषणा आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने की।

पहली तिमाही में वृद्धि दर बेहतर

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करते हुए कहा कि ग्लोबल स्तर पर चुनौतियों के बावजूद बेहतर मानसून और अन्य कारणों से पहली तिमाही में वृद्धि दर बेहतर रही है। मौद्रिक नीति समिति ने विस्तृत चर्चा के बाद आम सहमति से रेपो दर को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का निर्णय किया।

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जीएसटी सुधार पर क्या बोले आरबीआई गवर्नर?

जीएसटी सुधार पर बोलते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जीएसटी को युक्तिसंगत बनाने से महंगाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, साथ ही उपभोग एवं वृद्धि विकास को बढ़ावा मिलेगा।

वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर अनुमान

आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा, ”वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान, जो पहले 6.5 प्रतिशत था। अनुकूल मानसून, कम मुद्रास्फीति और मौद्रिक नरमी से आर्थिक वृद्धि की संभावना मजबूत बनी हुई है।”

जीएसटी दरों में कटौती और अन्य उपायों को देखते हुए महंगाई चालू वित्त वर्ष में 2.6% रहने का अनुमान है जो पहले 3.1% था।

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घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी

आरबीआई गवर्नर मल्होत्रा कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी जारी रहेगी। वही, उन्होंने कहा कि शुल्क संबंधी घटनाक्रम से चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में वृद्धि दर में कमी आने का अनुमान है।

वास्तविक GDP वृद्धि 6.8% रहने का अनुमान

वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.8% अनुमानित है, दूसरी तिमाही में 7%, तीसरी तिमाही में 6.4%, चौथी तिमाही में 6.2% अनुमानित है।