छोटे-छोटे निवेश से अगर आप बड़ा फंड इखट्टा करना चाहते हैं। तो PPF, NSC और RD सबसे बेहतरीन स्कीम हैं। क्योंकि इनमें आपका पैसा तो सुरक्षित रहता है साथ में बेहत ब्याज भी मिलता है। अगर आपको इन स्कीम के बारे में जानकारी नहीं है। तो आपको यहां हम इनसे जुड़ी सभी जानकारी देने वाले हैं। जिससे आप अपनी जरूरत के हिसाब से इन तीनों में से किसी भी किसी एक का चुनाव आसानी से कर सकेंगे। आइए जानते है पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट और रिकरिंग डिपॉजिट के बारे में….
पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम – PPF स्कीम के तरह आप अपना अकाउंट इंडियन पोस्ट ऑफिस या किसी भी सरकारी बैंक में खोल सकते हैं। इस अकाउंट की सबसे बड़ी खासियत है कि, आप अपने नाबालिग और बालिग दोनों ही बच्चों के नाम पर भी शुरू कर सकते हैं। PPF अकाउंट में आप न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं। वहीं इसमें मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है। अगर आपको पैसो की ज्यादा जरूरत है तो आप 8 साल बाद इसमें से कुछ प्रतिशत पैसे डेबिट कर सकते हैं। PPF अकाउंट में आपको 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है।
रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम – RD अकाउंट की शुरुआत आप पोस्ट ऑफिस या किसी भी बैंक में कर सकते हैं। इस अकाउंट को पोस्ट ऑफिस में केवल 100 रुपये में ओपन किया जा सकता है। वहीं एक फाइनेंशियल ईयर में आप अधिकतम कितना भी निवेश कर सकते हैं। साथ ही इसमें 5 साल तक के लिए आपका निवेश ब्लॉक रहता है। रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम में आपको 5.8 फीसदी की दर से ब्याज मिलती है।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट – पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट में निवेश एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। पोस्ट ऑफिस की इस स्माल सेविंग्स स्कीम्स की खासियत यह है कि इसमें निवेश की मैक्सिमम लिमिट नहीं है। वहीं, इसमें मल्टीपल अकाउंट खुलवाए जा सकते हैं। NSC में डिपॉजिट पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का भी फायदा मिलता है। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में सालाना इंटरेस्ट रेट अभी 6.8 फीसदी है।
इनकम टैक्स में छूट – PPF और NSC स्कीम में इनकम टैक्स की धारा 80C के तरत एक साल में 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का भी फायदा मिलता है। वहीं RD में मिलने वाले रिटर्न पर इनकम टैक्स में कोई छूट नहीं मिलती।