देश की टॉप 10 कंपनियों की नई सूची अपडेट हुई है, जिसमें बजाज फाइनेंस और अडानी ट्रांसमिशन के स्थान में बदलावा हुआ है। अडानी ट्रांसमिशन ने भारतीय जीवन बीमा निगम को टॉप 10 की सूची से बाहर कर दिया है। एलआईसी को 4.4 ट्रिलियन रुपए के मार्केट कैप के साथ बजाज फाइनेंस और अडानी ट्रांसमिशन ने अपना स्थान चेंज किया है।
मंंगलवार शाम 4 बजे एलआईसी बीएसई पर 673.55 रुपए पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद से 0.54% ऊपर था, जिसका मार्केट कैप 4.26 लाख करोड़ रुपए था। बीमाकर्ता के शेयर 949 रुपए के निर्गम मूल्य से 30 प्रतिशत गिर गए हैं, जिससे 1.75 लाख करोड़ रुपए का निवेशकों को नुकसान हुआ है। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, जो 41 लाख करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन करती है। इसने 17 मई को लिस्टेड होने से पहले मई की शुरुआत में 20,500 करोड़ रुपए की आईपीओ पेश की थी।
बजाज और अडानी ट्रांसमिशन के टॉप 10 कंपनियों की सूची में प्रवेश करने के बाद से एलआईसी अब 11वें नंबर पर पहुंच चुका है। भारत की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियां अब रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और अडानी ट्रांसमिशन हैं।
हाल ही में, LIC ने जून तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में एक साल पहले के 3 करोड़ रुपए से कई गुना बढ़कर 683 करोड़ रुपए कमाई की जानकारी दी थी, लेकिन क्रमिक आधार पर शुद्ध लाभ मार्च तिमाही के 2,371.5 करोड़ रुपए से कम रहा। वहीं मार्च तिमाही में 9,920 करोड़ रुपए से नए कारोबार का मूल्य क्रमिक रूप से 80 प्रतिशत से अधिक गिरकर 1,861 करोड़ रुपए हो गया।
वार्षिक प्रीमियम समकक्ष आधार पर, एलआईसी का कुल कारोबार 10,270 करोड़ रुपए था, जिसमें व्यक्तिगत खंड का हिस्सा 62.8 प्रतिशत था। जीवन बीमाकर्ता ने एक साल पहले की तुलना में जून तिमाही में 59 फीसदी अधिक पॉलिसी बेचीं। एलआईसी भारत का सबसे बड़ा जीवन बीमाकर्ता है, जो एक कम प्रवेश वाले बाजार में कुल नए व्यापार प्रीमियम का 63 प्रतिशत है।