रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने डिजिटल क्रांति में मदद को लेकर देश में ब्रॉडबैंड सेलुलर नेटवर्क के लिए नेशनल प्रॉयररटी के तौर पर 5जी के टेक्नोलॉजी स्टैंडर्ड पेश करने की वकालत की है। उन्होंने बुधवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को 2जी से 4जी और 5जी तक बढ़ने का काम जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए। अंबानी ने कहा, “सामाजिक-आर्थिक स्थिति के लिहाज से सबसे नीचे आने वाले लाखों भारतीयों को 2जी तक सीमित रखने का मतलब उन्हें डिजिटल क्रांति के फायदों से वंचित करना है।”
अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने 2016 में सस्ते मोबाइल डाटा और कनेक्टिविटी की शुरूआत कर इस सेक्टर में महत्वपूर्ण बदलाव लाया। उन्होंने कहा कि 5जी सर्विस पेश करना भारत की नेशनल प्रॉयररटी होनी चाहिए।
शीर्ष उद्योगपति ने कहा, “हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि भारत में मोबाइल ग्राहक आधार के अभूतपूर्व तेजी से विस्तार में चीजों का किफायती होना महत्वपूर्ण साबित हुई है। भारत को अधिक से अधिक डिजिटल समावेश की ओर बढ़ना चाहिए, न कि अधिक से अधिक डिजिटल अलगाव की ओर।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा, पूरे भारत में फाइबर कनेक्टिविटी को बेहद तेजी के साथ पूरा किया जाना चाहिए।
देश के बाहर भी अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं मुकेश अंबानी: रियालंस ने मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका में बड़ा दांव खेला है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पेट्रोरसायन उत्पादन संयंत्र लगाने के लिए अबू धाबी केमिकल्स डेरिवेटिव्स कंपनी आरएससी लिमिटेड (ताजीज) के साथ भागीदारी की है। इस भागीदारी के तहत दोनों कंपनियां दो अरब डॉलर का निवेश करेंगी।
उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज हाल में गठित ताजीज से जुड़ेगी। अबू धाबी के पश्चिमी क्षेत्र रूवाइस में संयंत्र लगाने को लेकर ताजीज का गठन किया गया है। यह अबू धाबी राष्ट्रीय तेल कंपनी (एडीएनओसी) और सार्वजनिक क्षेत्र की होल्डिंग कंपनी एडीक्यू का संयुक्त उद्यम है।
कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘ताजीज और आरआईएल ने ताजीज रूवाइस में ताजीज इंडस्ट्रियल केमिकल्स जोन में वैश्विक स्तर की रसायनिक उत्पादन भागीदारी को लेकर ताजीज ईडीसी एंड पीवीसी शुरू करने पर सहमति जतायी है।’’ (इनपुट- एजेंसी भाषा से भी)