एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने आज बुधवार को शुरू हुए तीन दिवसीय एशियन इकोनामिक डायलॉग (AED) सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित किया। मुकेश अंबानी ने सम्मेलन में ग्रीन एनर्जी के महत्व को बताया और भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़े दावे किए। उन्होंने दिवंगत उद्योगपति राहुल बजाज को भी याद किया और उन्हें अपना सीनियर बताया।
ग्रीन एनर्जी का हब बनेगा भारत: मुकेश अंबानी ने ग्रीन एनर्जी के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि ग्रीन एनर्जी आज एक विकल्प नहीं, बल्कि समय की जरूरत है। भविष्य में भारत ग्रीन एनर्जी में न सिर्फ एक अग्रणी देश बनेगा बल्कि दुनिया में एनर्जी एक्सपोर्ट भी करेगा। ग्रीन एनर्जी में निवेश को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार का रवैया सकारात्मक है और इसमें निवेश को लेकर काफी गंभीर भी है। उहोंने बजट में ग्रीन एनर्जी को लेकर की गई घोषणाओं पर भी संतोष जताया।
2030 तक दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था:रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। जिस वजह से भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में डेमोग्राफी और डेवलपमेंट का बेहतर तालमेल देखने को मिल रहा है। आगे दावा किया कि आने वाले 20 साल टेक्नोलॉजी के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण होंगे।
इसके साथ ही सम्मेलन में ग्लोबल अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि जल्द एशिया की अर्थव्यवस्था बाकी बची दुनिया की अर्थव्यवस्था को पछाड़ देगी। एशिया में दुनिया की 60% आबादी रहती है। एशिया और पश्चिमी देशों के बीच डेमोग्राफी और डेवलपमेंट का यह फर्क धीरे-धीरे खत्म हो रहा है।
एशियन इकोनामिक डायलॉग (AED) विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाने वाले भारत का एक प्रमुख प्रमुख आर्थिक सम्मेलन है जिसकी मेजबानी पुणे इंटरनेशनल सेंटर द्वारा की जाती है। एशियन इकोनामिक डायलॉग में इस बार चर्चा वैश्विक व्यापार और वित्तीय क्षेत्र में कोविड-19 के प्रभाव पर होगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दुनिया के बड़े अर्थशास्त्री, उद्योगपति, बैंकर और रणनीतिकार शामिल होंगे।