रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड (Reliance Industries Limited) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भारतीय स्टार्टअप्स (देश में शुरू किए गए नए काम-धंधे) में लगभग सात हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है। उन्होंने ये सारा इन्वेस्टमेंट दो से तीन सालों के बीच किया। जाने-माने उद्योगपति ने जहां-जहां मोटी रकम लगाई, उनमें एडवर्ब टेक्नोलॉजी (Addverb Technologies), डुंजो (Dunzo), एंबाइब (Embibe), सावन (Saavn) और हैप्टिक (Haptik) आदि शामिल हैं।

बिजनेस वेबसाइट ब्लूमबर्ग ने ‘वॉट रिलायंस इज बायिंग’ (रिलायंस क्या खरीद रहा है?) शीर्षक वाली मॉर्गन स्टेनली रिपोर्ट के हवाले से बताया कि अंबानी के समूह ने टेलीकॉम और डिजिटल बिजनेस के नेतृत्व में विभिन्न सेक्टरों में 5.6 बिलियन डॉलर (लगभग 41,500 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इसके अलावा पिछले तीन सालों में Tesseract, EasyGov, SankhyaSutra Labs, Milkbasket और Zivame सरीखे स्टार्टअप्स में निवेश किया है और वहां पर उन्होंने कितनी रकम लगाई, यह फिलहाल साफ नहीं है।

दिसंबर 2019 से लेकर जनवरी 2022 के बीच में अंबानी ने जिन स्टार्टअप्स में पैसे लगाए उनका ब्यौरा इस प्रकार हैः

  • मार्च 2018 में Saavn में 775 करोड़ रुपए
  • अप्रैल 2018 में Embibe में 1340 करोड़ रुपए
  • फरवरी 2019 में Grab में 111 करोड़
  • मार्च 2019 में C-square में 86 करोड़ रुपए
  • अप्रैल 2019 में Haptik में 746 करोड़ रुपए
  • अप्रैल 2019 में Reverie में 204 करोड़
  • अगस्त 2019 में Fynd में 313 करोड़
  • दिसंबर 2019 में Now Floats में 149 करोड़
  • दिसंबर 2019 में Aesteria में 149 करोड़
  • दिसंबर 2019 में Funtoot में 74 करोड़ रुपए
  • जून 2020 में Radisys में 559 करोड़
  • अगस्त 2020 में Netmeds में 619 करोड़ रुपए
  • नवंबर 2020 में Urban Ladder में 182 करोड़
  • जनवरी 2022 में Addverb Technologies में 984 करोड़ रुपए
  • जनवरी 2022 में Dunzo में 1490 करोड़ रुपए

इस बीच, अंबानी की कंपनी का नेट प्रॉफिट (शुद्ध लाभ) तीसरी तिमाही में 41.5% बढ़ा। शुक्रवार (21 जनवरी, 2022) को आरआईएल की ओर से बताया गया कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में तेल, खुदरा और दूरसंचार कारोबार का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। शेयर मार्केट को कंपनी ने बताया कि बीते साल अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट 18,549 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले साल इसी दौरान 13,101 करोड़ रुपए था।

कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी ऑपरेटिंग इनकम (परिचालन आय) 1.28 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 1.91 लाख करोड़ रुपए हो गई। जियो के टैरिफ में बढ़ोतरी और अमेरिकी शेल गैस कारोबार से लाभ के चलते कंपनी शानदार प्रदर्शन करने में सफल रही। तीसरी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ, इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 35.6% बढ़ा।

रिलायंस के नतीजों पर मुकेश अंबानी ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा “रिलायंस ने वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया। हमने अपने सभी व्यवसायों के मजबूत योगदान के साथ रिकॉर्ड परिणाम दिए। त्योहारों सीजन और ‘ऑनलाइन’ में ढील की वजह से खपत में मजबूत वृद्धि के साथ रिटेल बिजनेस की गतिविधि सामान्य हो गई। हमारे डिजिटल सेवा व्यवसाय ने भी व्यापक, टिकाऊ और लाभदायक बढ़ोतरी दर्ज की है।”

आपको बता दें कि रिलायंस चार व्यावसायिक कार्यक्षेत्रों में एक्टिव है। इनमें पहला- तेल से रसायन (ओ2सी) व्यवसाय में इसकी तेल रिफाइनरी, पेट्रोकेमिकल संयंत्र और ईंधन खुदरा कारोबार हैं। दूसरा- खुदरा कारोबार है, जबकि तीसरा- डिजिटल सेवाएं (दूरसंचार शाखा जियो शामिल) और चौथा- न्यू एनर्जी बिजनेस है।