आज टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेदजी टाटा का 183 वां जन्मदिन है। आज उनकी दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि टाटा ग्रुप की गिनती दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस ग्रुप में होती है। जमशेदजी टाटा ने अपने जीवन में चार कार्यो को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा था, जिसमें मुंबई में पांच सितारा होटल बनाना भी शामिल था।
अंग्रेजों के अपमान से हुई शुरुआत: एक बार जमशेदजी टाटा मुंबई के काला घोडा इलाके में मौजूद वाॅटसन होटल गए थे। जहां प्रवेश करने से केवल इस कारण से मना कर दिया कि इस होटल में सिर्फ गोरे लोग ही आ सकते हैं। इसके बाद जमशेदजी टाटा ने मुंबई में एक भव्य होटल बनाने का फैसला लिया, जिसमें सभी लोग आ जा सकेंगे।
4 करोड़ की लागत से बना होटल: मुंबई के ताज होटल की नींव वर्ष 1898 में जमशेद जी टाटा के द्वारा रखी गई थी। इसके निर्माण में कुल 4 वर्ष का समय लगा था और 16 दिसंबर 1902 को पहली बार ताज होटल आम जनता के लिए खोला गया था। 1902 म ताज होटल पूरी मुंबई में पहली ऐसी इमारती थी, जिसमे बिजली की सुविधा थी।
पूरी दुनिया से मंगाया सामान: ताज होटल का निर्माण भारतीय निर्माता (Architects) सीताराम खंडेराव वैद्य और डीएन मिर्ज़ा के द्वारा शरू किया गया था जबकि इसका निर्माण ब्रिटिश निर्माता डबल्यूए चैंबर्स द्वारा पूर्ण किया गया था। यह होटल उस समय भारत में पूरे होटल उद्योग में एक मात्र ऐसा होटल था जिसमे अमेरिकन पंखे, जर्मन शैली की सीढ़ियां और तुर्किश शैली के स्नानघर बनाये गए थे। इस होटल के लिए जमशेदी टाटा खुद दुनियाभर में घूमकर अलग- अलग देशों से सामान लेकर आए थे।
2021 में बना दुनिया का सबसे मजबूत होटल: ब्रिटेन की एक ब्रांड वैल्यू कंसल्टेंसी फर्म ब्रांड फाइनेंस ने मुंबई स्थित ताज होटल को 2021 में ‘दुनिया का सबसे मजबूत होटल ब्रांड करार दिया। जो बताता है कि ताज होटल देश के ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन होटलों में शामिल है। ताज होटल टाटा ग्रुप के इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड का हिस्सा है।इंडियन होटल्स के पास दुनियाभर में 100 से अधिक होटल है।