केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत सभी सेक्टरों में वैश्विक बाजार पर अपनी छाप छोड़ना चाहता है और जल्द भारत की अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन से 30 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी।

कपड़ा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल ने कहा कि घरेलू कपड़ा उद्योग में आने वाले वर्षों में रोजगार पैदा करने की काफी संभावनाएं हैं और केंद्र फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने के लिए विभिन्न देशों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है, जो दुनिया के कई देशों में भारत के टेक्सटाइल सेक्टर को जीरो टैक्स पर कपड़ा निर्यात करने में मदद करेगा।

कोयंबटूर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि केंद्र कॉटन और मानव निर्मित टेक्सटाइल सेक्टर को बढ़ावा दे रहा है, जिससे विश्व बाजार में भारत के मार्किट शेयर में वृद्धि हो और रोजगार के अवसरों के साथ-साथ निवेश भी बढ़े। उन्होंने कहा, “सभी क्षेत्रों में हम एक वैश्विक इंडस्ट्री बनना चाहते हैं। वैश्विक बाजारों पर कब्जा करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन में केंद्र सरकार कई देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर कार्य कर रहा है, जिससे आने वाले समय में टेक्सटाइल सेक्टर को बड़ी मदद मिलेगी।”

गोयल ने आगे जोर देकर कहा कि तमिलनाडु आने वाले समय में दुनिया में टेक्सटाइल, पंप्स, वेट ग्राइंडर्स और क्रिटिकल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग के हब के रूप में विकसित होगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण ही आज देश का इंडस्ट्रियल एक्सपोर्ट्स 440 बिलियन डॉलर को पार कर गया है।

आगे उन्होंने कहा कि देश जल्द ही 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंच जाएगा, सरकार इसके लिए कड़े कदम उठा रही है और सिस्टम में कई ढांचागत बदलाव किए जा रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने सभी स्टेकहोल्डरों को सलाह दी कि कड़ी मेहनत करें, एकजुट रहें और भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में मदद करें। उन्होंने सभी युवा और महिला उद्यमियों को निवेश करने और राष्ट्र के विकास में योगदान करने आगे आने के लिए भी आमंत्रित किया।