सरकारी तेल वितरक कंपनियों की ओर से पेट्रोल पंपों पर ईंधन की खरीद के लिए डिजिटल तरीके से भुगतान पर दी जाने वाली 0.75 प्रतिशत की छूट को वापस ले लिया गया है। इसके बाद सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने यह लाभ ग्राहकों को स्थानांतरित करना बंद कर दिया है।
पीएनबी ने पिछले महीने से ग्राहकों को इस छूट का लाभ देना बंद कर दिया है। बैंक ने कहा है कि तेल वितरक कंपनियों (ओएमसी) ने इस सुविधा को वापस ले लिया है। पीएनबी की वेबसाइट पर डाली गई सूचना के अनुसार, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) ने सूचित किया है कि ओएमसी (आईओसी, बीपीसीएल, एचपीसीएल) ने पेट्रोल पंपों पर ईंधन खरीद का भुगतान डिजिटल तरीके से करने पर दी जाने वाली 0.75 प्रतिशत की छूट को वापस ले लिया है। पीएनबी ने कहा कि इसके बाद उसने भी मई से ग्राहकों को इस छूट का लाभ देना बंद कर दिया है।
2016 में नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकारी तेल वितरण कंपनियों इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम से कहा था कि वह कार्ड से भुगतान करने वालों 0.75 फीसदी दें, जिसके बाद लोगों ने बड़े स्तर पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड का उपयोग कर पेट्रोल पंपों पर भुगतान करना शुरू कर दिया था।
डिजिटल भुगतान में क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, ऑनलाइन भुगतान और अन्य मोड जैसे पेटीएम, गूगल पे और फोनपे के यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) एप्लिकेशन के माध्यम से भुगतान करना शामिल है। शुरूआत मेंडेबिट कार्ड से भुगतान पर ऐसी सुविधाओं को वापस ले लिया गया था, अब क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करते समय 0.75 प्रतिशत कैशबैक को भी हटा दिया गया है।
13 दिसंबर 2016 से पेट्रोल और डीजल खरीदने के लिए कार्ड का इस्तेमाल करने वालों को 0.75 फीसदी की छूट की पेशकश की गई थी। यह छूट कैशबैक के माध्यम से दी गई थी, जो लेनदेन के बाद तीन दिनों के भीतर खरीदार के खाते में जमा हो जाती थी।