Ashneer Grover, BharatPe Contorversy: दिल्ली हाई कोर्ट ने आज (15 मार्च) को भारतपे (BharatPe) के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर को बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने अशनीर ग्रोवर को भारतपे और एसबीआई चेयरमैन के खिलाफ किए गए ट्वीट को वापस लेने के निर्देश दिए हैं।
गौर करने वाली बात है कि अशनीर ग्रोवर ने भारतपे बोर्ड के चेयरमैन रजनीश कुमार और पूर्व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के चीफ ‘Petty People (छोटे लोग) कहा था।’
दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अशनीर ग्रोवर BharatPe की प्रतिष्ठा को नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं। और पूर्व एसबीआई चेयरमैन के लिए किया गया उनका ट्वीट ‘पूरी तरह से टाला जाने योग्य’ था। अदालत ने यह भी कहा,’आप एक पूरी कंपनी (BharatPe) की छवि को बरबाद नहीं कर सकते और सभी एसबीआई चेयरमैन को छोटे लोग नहीं बुला सकते।’
बता दें कि भारतपे की तरफ से अशनीर ग्रोवर के खिलाफ उनके द्वारा पोस्ट किए गए ‘मानहानि’ ट्वीट पर याचिका दायर की गई थी। नवंबर में ग्रोवर ने X (Twitter) पर उस पोस्ट के लिए माफी मांगी थी जिसमें फिनटेक यूनिकॉर्न के सीरीज ई राउंड के बारे में गोपनीय जानकारी का खुलासा किया गया था।
अशनीर ग्रोवर ने क्या किया था ट्वीट?
बता दें कि हाल ही में इलेक्टोरल बॉन्ड मामले पर एसबीआई को सुप्रीम कोर्ट ने लताड़ लगाई है। बस, इसी दौरान अशनीर ग्रोवर को एसबीआई के खिलाफ भड़ास निकालने का मौका मिल गया। उन्होंने 12 मार्च 2024 को ट्वीट में लिखा- एसबीआई के चेयरमैन छोटे लोग होते हैं। उनकी सोच में बड़ी समस्या है। मैंने इसे झेला है और अब सुप्रीम कोर्ट को भी यह समझ आ गया है।
पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार और अशनीर ग्रोवर का है विवाद
साल 2022 में SBI के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार और अशनीर ग्रोवर के बीच विवाद हो गया था। तब ग्रोवर ने ट्वीट करके भारतपे में उनकी हायरिंग को सबसे बड़ी गलती बताया था। इसके साथ ही उन्होंने रजनीश पर डेटा में गड़बड़ी समेत कई बड़े गंभीर आरोप लगाए थे। रजनीश कुमार भारतपे के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के चेयरमैन थे।
अशनीर ग्रोवर के वकील ने इस तरह के अपराध को दोबारा ना करने का वादा किया था। भारतपे ने कपंनी की गोपनीय जानकारी को पब्लिश करने के चलते अशनीर ग्रोवर के खिलाफ पहले भी एक याचिका दायर की थी।
भारतपे ने ग्रोवर को कंपनी के बारे में गोपनीय जानकारी प्रकाशित करने या प्रकट करने से प्रतिबंधित करने के लिए एक याचिका दायर की थी, जो सार्वजनिक रूप से विवाद में पड़ गया था और स्टार्टअप से बाहर निकल गया था, क्योंकि वह अपने रोजगार समझौते के तहत गोपनीयता दायित्वों से बंधा हुआ है।
बता दें कि दिसंबर 2022 में फिनटेक कंपनी भारतपे ने अशनीर ग्रोवर की पत्नी और दूसरे पारिवारिक सदस्यों से 88 करोड़ रुपये तक का हर्जाना मांगा था। कंपनी ने आरोप लगाया था कि ग्रोवर परिवार ने फर्जी बिल बनवाए और कंपनी को सर्विसेज प्रोवाइड करने के नाम पर फर्जी विक्रेताओं को सूचीबद्ध किया और वैकेंसी भरने के लिए ज्यादा चार्ज लिया।