Maruti Launches Lease vehicle plan: देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने भारत में एक नई पहली की शुरुआत करते हुए अपनी कारों को लीज पर देने की सर्विस शुरू कर दी है। कंपनी ने इसके लिए ‘मारुति सुजुकी सब्सक्राइब’ ब्रांड नाम से पेश किया है। इस विषय पर कंपनी ने कहा कि उसने भारत में सब्सक्रिप्शन सेवा शुरू करने के लिए जापान की सहायक कंपनी ओरिक्स ऑटो इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड के साथ करार किया है।

क्या होता है कार को लीज पर देना : जानकारी के लिए बता दें, आमतौर पर लीज पर वाहन का मलतब होता है कि आपको वाहन की कुल रकम या कोई मोटी रकम नहीं देनी पड़ती है। इसके लिए आप कंपनी के किसी भी वाहन को लीज यानी किराए पर ले सकते हैं। इस करार के तहत ग्राहक और कंपनी के बीच एक करार किया जाता है जिसमें ग्राहक को बस अपने इस्तेमाल की अवधि के लिए कार का किराया चुकाना होता है। हालांकि कार पर अंतिम मालिकाना हक कंपनी का ही बना रहता है।

मारुति ने एक बयान में कहा कि शुरुआत में पायलट प्रॉजेक्ट के आधार पर उसने गुरुग्राम और बेंगलुरू में इस सेवा की शुरुआत की है। इसके तहत अभी कंपनी स्विफ्ट, डिजायर, विटारा ब्रेजा और अर्टिगा को मारुति सुजुकी एरेना के माध्यम से व बलेनो, सियाज और XL6 को नेक्सा के माध्यम से किराए पर उपलब्ध कराएगी।

भारत में यह पहली बार नहीं है जब किसी कंपनी ने इस तरह की पहल की है। इससे पहले भी एमजी मोटर इंडिया Carzonrent की कार शेयरिंग और कार सब्सक्रिप्शन कंपनी मायल्स के साथ गठजोड़ के माध्यम से कार को लीज पर दे रही है। वहीं कोरोना वायरस के बीच इस साल मई में जर्मन कार निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन ने भी अपनी कार-लीजिंग स्कीम लॉन्च की थी, जिसके द्वारा कंपनी ग्राहकों को अपने पोर्टफोलियो में उपलब्ध सभी बीएस6 कंम्पलाइंट वाहनों को न्यूनतम 2 से 4 साल की अवधि के लिए लीज पर दे रही है।

दुनियाभर में वाहन को लीज पर देने की प्रक्रिया काफी तेज हो गई है, लेकिन भारत में इसकी अभी महज शुरुआत भर ही हुई है। कोविड-19 संकट के दौरान कारों की बिक्री को बढ़ाने के लिए वाहन कंपनियां नई स्कीम को पेश कर रही हैं। जिससे ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा आकर्षित किया जा सके। बता देंं, पिछले साल हुंडई मोटर इंडिया ने भी इस तरह की सेवा शुरू की थी। जिसे शुरुआत में छह शहरों में सेल्फ ड्राइव कार शेयरिंग कंपनी रेव के साथ साझेदारी में शुरू किया गया था।