पूर्व को-फाउंडर और सीईओ अशनीर ग्रोवर के साथ विवादों के चलते सुर्खियों में आई फिनटेक कंपनी भारतपे ने गोल्ड लोन सेक्टर में कारोबार शुरू किया है। सुरक्षित ऋण श्रेणी में कंपनी का यह पहला कारोबार है। इससे पहले कंपनी असुरक्षित ऋण श्रेणी में बड़े पैमाने पर छोटे व्यापारियों को ऋण देने के कारोबार करती है।
भारतपे ने गोल्ड लोन सेवाएं को कुछ नॉन बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के साथ मिलकर लॉन्च किया है। कंपनी सोने को गिरवी रखने के बदले 20 लाख रुपए तक का गोल्ड लोन ऑफर कर रही है। कंपनी ने अपनी सेवाएं दिल्ली एनसीआर, बेंगलुरु और हैदराबाद में देना शुरू कर दी है और इस साल के अंत तक देश के 20 शहरों में यह सेवाएं शुरू करने की योजना है। भारतपे का उद्देश्य इस साल के अंत तक 500 करोड़ रुपए के गोल्ड लोन वितरित करना है।
30 मिनट में मिलेगा गोल्ड लोन: भारतपे के द्वारा बताया गया कि गोल्ड लोन देने की पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी जिसे 30 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। इस न्यूनतम ब्याज दर 0.39 प्रतिशत प्रति माह या 4.7 प्रतिशत प्रतिवर्ष होगी।
घर बैठे मिलेगा गोल्ड लोन: भारतपे ग्राहकों को 6,9 और 12 महीनें तक का गोल्ड लोन ऑफर कर रहा है। कोई भी ग्राहक अपनी सुविधा के मुताबिक घर बैठे या फिर ब्रांच में जा कर इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। इस मौके पर भारतपे के सीईओ सुहैल समीर ने कहा कंपनी ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत 10 करोड़ रुपए का गोल्ड लोन सफलतापूर्वक वितरित किया है।
भारतपे छोटे व्यापारियों और किराना स्टोर मालिकों को 7 लाख रुपए का असुरक्षित ऋण ऑफर करता है। कंपनी अभी तक 3 लाख से ज्यादा छोटे व्यापारियों को 3000 करोड़ रुपए का लोन वितरित कर चुकी है इस लोन को अवधि 3,6 और 12 महीने तक की होती है।
अशनीर ग्रोवर के साथ विवाद: कोटक महिंद्रा बैंक के कर्मचारी से अश्लील भाषा में बात करने के चलते भारतपे के बोर्ड ने अशनीर ग्रोवर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया था। फिर में अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के खिलाफ कंपनी के फंड का दुरुपयोग करने के आरोप लगे जिसके बाद बोर्ड ने दोनों कंपनी के सभी पदों से हटा दिया।