देश में एटीएम के इस्तेमाल को लेकर आज से नियम बदल गए हैं। यदि आपको भी अकसर कैश की निकासी के लिए एटीएम जाना पड़ता है तो यह खबर आपके लिए अहम है। इसके अलावा पेंशनर्स के लिए भी नियमों में आज से बदलाव किए गए हैं। पेंशन के नियम में बदलाव से देश के 6,30,000 पेंशनरों को हर महीने लाभ होगा। इस पर सरकार को 1,500 करोड़ रुपये की खर्च करनी होगी। आइए जानते हैं क्या हुए हैं बदलाव…
ATM का होगा सैनिटाइजेशन: दरअसल कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए एटीएम ट्रांजेक्शन को भी असुरक्षित माना जा रहा है। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि हर इस्तेमाल के बाद एटीएम मशीन को इन्फेक्शन की आशंका से मुक्त करने के लिए सैनिटाइज किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले और तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में यह शुरू हो गया है। नियम केमुताबिक कोरोना हॉटस्पॉट इलाके में स्थानीय निकाय की ओर से एटीएम को दिन में दो बार सैनिटाइज किया जाएगा।
…तो सील होगा एटीएम चेंबर: यदि सैनिटेशन के नियमों का पालन नहीं किया गया तो फिर एटीएम के चेंबर को ही सील कर दिया जाएगा। बता दें कि कोरोना वायरस के नोटों तक से फैलने का खतरा है। ऐसे में यही सलाह है कि पैसों के लेन-देन के बाद भी हाथों को जरूर धोएं। इसके अलावा एटीएम से कैश निकालने के बाद भी हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
आज से मिलने लगेगी फुल पेंशन: अब पेंशनरों की बात की जाए तो एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन की ओर से मई महीने से ऐसे लोगो को पूरी पेंशन दी जाएगी, जिन्होंने रिटायरमेंट के दौरान कम्युटेशन का विकल्प चुना हो। दरअसल कम्युटेशन एक ऐसी व्यवस्था है, जिसके तहत कर्मचारियों को यह विकल्प दिया जाता है कि यदि वे चाहें तो रिटायरमेंट के दौरान पेंशन की लगभग रकम निकाल सकते हैं। इसके बाद 15 साल के बाद पूरी पेंशन रिस्टोर हो जाती है। फरवरी में सरकार की ओर से पेंशन रिस्टोर करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया था। गौरतलब है कि ईपीएफओ ने कोरोना संकट से निपटने के लिए कर्मचारियों को 75 फीसदी तक की पीएफ राशि निकालने की भी अनुमति दी है।
Coronavirus से जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: कोरोना वायरस से बचना है तो इन 5 फूड्स से तुरंत कर लें तौबा | जानिये- किसे मास्क लगाने की जरूरत नहीं और किसे लगाना ही चाहिए |इन तरीकों से संक्रमण से बचाएं | क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?
