देश के टॉप अरबपतियों में शुमार रहे अनिल अंबानी अब कर्ज के बोझ तले दबे हैं। हालांकि, कर्ज के जाल से बाहर निकलने के लिए अनिल अंबानी का रिलायंस ग्रुप लगातार प्रयास कर रहा है। अनिल अंबानी की कई कंपनियों की संपत्ति की बिक्री हो चुकी है या इस प्रक्रिया में चल रही है। इन्हीं में से एक कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (आरइंफ्रा) है।

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर वो कंपनी है , जिसमें अनिल अंबानी ने अपने दोनों बेटों को एंट्री दी थी। आपको बता दें कि साल 2019 में अनिल अंबानी के बेटे- अनमोल और अन्शुल को कंपनी के निदेशक के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की थी। तब रिलायंस इंफ्रा ने बताया था कि इन दोनों की नियुक्ति नौ अक्टूबर, 2019 से प्रभावी है और दोनों अतिरिक्त निदेशक के रूप में आगामी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) तक पद पर रहेंगे।

अनिल अंबानी के बेटे के बारे में: अनिल अंबानी के बड़े बेटे अनमोल के पास वारविक बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट की डिग्री है। वह रिलायंस कैपिटल में कार्यकारी निदेशक रहे हैं। वहीं, न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस से बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद अंशुल अंबानी रिलायंस समूह में शामिल हुए।

बिक रही हैं संपत्तियां: आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों में रिलायंस इंफ्रा की कई संपत्तियां बिक चुकी हैं। बीते जनवरी महीने में ही रिलायंस इंफ्रा ने पारबती कोलडैम ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (PKTCL) में अपनी समूची 74 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री का सौदा पूरा किया। यह सौदा 900 करोड़ रुपये में हुआ था।

इसी तरह, रिलायंस इंफ्रा ने दिल्ली-आगरा (डीए) टोल रोड क्यूब हाइवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को 3,600 करोड़ रुपये में बेचने की भी प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके अलावा रिलायंस इंफ्रा ने मुंबई स्थित रिलायंस सेंटर को बेचने का ऐलान किया है। इसे रिलायंस ने प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक को 1,200 करोड़ रुपये में बेची है। (ये पढ़ें-अडानी संभाल रहे हैं अंबानी का कारोबार)

शेयर बाजार में कंपनी का हाल: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई में रिलायंस इंफ्रा का शेयर भाव 35 रुपये के स्तर पर है। बीते एक साल में रिलायंस इंफ्रा का शेयर भाव 44 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंचा है। वहीं, बात करें कंपनी के मार्केट कैपिटल की तो 1 हजार करोड़ रुपये से कम है। रिलायंस इंफ्रा का मार्केट कैपिटल 921 करोड़ रुपये के करीब है। (ये पढ़ें—जब अंबानी की डील पर बिड़ला परिवार को हुई आपत्ति)