जयंतिका की ओर से आयोजित नृत्य समारोह में शिष्या अंकिता नायक ने ओडिशी नृत्य पेश किया। अंकिता गुरु मधुमीता राउत…
जयंतिका की ओर से आयोजित नृत्य समारोह में शिष्या अंकिता नायक ने ओडिशी नृत्य पेश किया। अंकिता गुरु मधुमीता राउत…
नायिका राधा के विरह भावों को अगले अंश में दर्शाया गया
समारोह का आगाज जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना और गुरू प्रेरणा श्रीमाली के नृत्य से हुआ। जहां उन्होंने परंपरागत कथक…
रावण ने शिव तांडवस्त्रोत की रचना की थी। इसमें शिव के रौद्र रूप का विवेचन है, जिसे अक्सर कलाकार गाते…
कथक नृत्यांगना शिंजिनी कुलकर्णी उभरती हुई कलाकार हैं। उन्होंने अपनी प्रस्तुति का आगाज शिव स्तुति ‘ओमकार महेश्वराय’ से किया। इसमें…
कथक नृत्यांगना सुदेशना मौलिक ने दरबारी कथक नृत्य से अपनी प्रस्तुति का आगाज किया। उन्होंने परमेलु-थर्री कू कू का प्रदर्शन…
बीरवाला में नव प्रयोग की अनंत संभावना है। यह कलाकार की प्रतिभा और रचनात्मकता को उजागर करता है।
समारोह में जयपुर घराने के गुरुआचार्य गणेश हीरालाल हैसल व गुरु हीरालाल हैसल के शिष्य विनोद हैसल की प्रस्तुति आकर्षण…
असम का लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्य सत्रीय नृत्य है। इसकी नींव सत्राधीश गुरु शंकर देव और उनके शिष्य माधव देव ने…
महाभारत के पात्रों को हर कलाकार अपनी तरह से सोचता है। कुछ पात्रों जैसे कृष्ण, द्रौपदी, अर्जुन, कर्ण को केंद्र…
शास्त्रीय नृत्य की परंपरा में गुरु नृत्य का शास्त्रीय ज्ञान के साथ तकनीकी ज्ञान देते हैं। इस गुण के वाहक…
सात और चार के छंद में पिरोए गए, अग्नि के 104 नामों को भी इसमें उच्चारित किया गया था। जिसे…