क्या ही अच्छा हो कि रोबोट में अभी से मानवीय संवेदनाएं विकसित कर दी जाए, जो कि अभी इंसानों में…
क्या ही अच्छा हो कि रोबोट में अभी से मानवीय संवेदनाएं विकसित कर दी जाए, जो कि अभी इंसानों में…
Hindi Kavita: संजय स्वतंत्र की कविता
संजय स्वतंत्र की कविता
Propose Day 2018: वैलेंटाइन वीक पर मगन होने वाली नई पीढ़ी के लिए स्त्री-पुरुष के बीच प्रणय की एक कहानी।…
पढ़िए संजय स्वतंत्र की कविता – ‘अगर पढ़ सको मेरी अर्जियां’
तुम्हारी पलकों के नीचे/ जहां रोज बैठ कर/ संवाद करता हूं/ वहां भर उठी है/ एक खारी नदी
तुमने कहा था/ मुझे लिखनी चाहिए कविता/ लिखता था कभी/ अब साथ नहीं देती कलम।
तमाम बड़ी कंपनियां अपने मोबाइल फोन को हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में समर्थ बना रही हैं। वे जानती हैं कि…
अमेठी में मनरेगा की राशि से रोजगार और विकास के नाम पर फर्जी तरीके से 27 करोड़ रुपए हड़प लिए…
अभी तक आइपीएल के नाम पर सट्टे का खेल चलता था, लेकिन अब मैच में खिलाने के नाम पर ठगी…