
समानता, स्वतंत्रता और स्वायत्तता सर्वांगीण विकास के महत्त्वपूर्ण तत्व हैं।
समानता, स्वतंत्रता और स्वायत्तता सर्वांगीण विकास के महत्त्वपूर्ण तत्व हैं।
महिलाओं के शिक्षण का स्वरूप बदला जाए, ताकि पारंपरिक लैंगिक पूर्वाग्रह को विश्व अर्थव्यवस्था के अगले दौर में पनपने से…
जिन समाजों में ‘मैं’ की बजाय ‘हम’ की भावना होती है, उन समाजों में आत्महत्या दर अपेक्षाकृत कम होती है।…
श्रम विभाजन का लैंगिक विभेद किसी प्राकृतिक आधार के कारण नहीं, अपितु उस सामाजिक ताने-बाने की उपज है जहां मूल…
पितृसत्तात्मक व्यवस्था में यह सोच बहुत गहरे पैठी हुई है कि जमीन पुरुषों के नाम ही होनी चाहिए। नौकरी के…
भाषा और विज्ञापनों की दुनिया लैंगिक असमानता की वे अदृश्य बाधाएं उत्पन्न करती है, जिन पर विशेष रूप से ध्यान…
देह व्यापार एक सामाजिक व्याधि है, जिसका दोषी यौनकर्मी महिलाओं को ही ठहराना पूर्णतया अनुचित है। यह क्रय और विक्रय…
फरवरी, 2008 में विधि आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट में वैयक्तिक और पूरे समाज के लिए किसी गंभीर परिणाम से…
एक सर्वेक्षण के मुताबिक पहनावे से जुड़े बेतुके नियमों के चलते 12 फीसद लोग अपनी नौकरी छोड़ना चाहते हैं। कॉल…
विश्व का कोई देश ऐसा नहीं है जहां महिलाओं का प्रथम दायित्व घरेलू जिम्मेदारियों को नहीं माना जाता, बावजूद इसके…
भारत में एक तिहाई कंपनियां तो ऐसी हैं जहां कोई भी महिला कार्यरत नहीं है, जबकि इकहत्तर फीसद कंपनियों में…
स्त्री-पुरुष समानता स्थापित करने के लिए हमें उस प्रक्रिया को ही परिवर्तित करना होगा जो शारीरिक भेद को ‘सामाजिक विभेद’…